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    केन-बेतवा लिंक परियोजना: 5121 करोड़ का खर्च, यूपी के 4 जिलों को मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा; 13 एजेंसियां कर रही काम

    Updated: Wed, 25 Dec 2024 01:13 PM (IST)

    Ken Betwa Link Project केन बेतवा लिंक परियोजना के तहत बुंदेलखंड में सिंचाई के बेहतर संसाधन उपलब्ध कराने के लिए महोबा और झांसी में प्रेशराइज्ड पाइप इरीगेशन सिस्टम यानि दबावयुक्त सिंचाई प्रणाली का निर्माण किया जाएगा। इस तकनीक के लिए 1200 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इस प्रणाली से महोबा जिले में 37 हजार हेक्टेयर और झांसी के 17 हजार हेक्टेयर भूमि को सिंचाई का बेहतर संसाधन मिलेगा।

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    केन बेतवा लिंक : महोबा और झांसी में विकसित होगा प्रेशराज्ड पाइप इरीगेशन सिस्टम

    विमल पांडेय,  बांदा। बुंदेलखंड में सिंचाई के बेहतर संसाधन उपलब्ध कराने के लिए केन बेतवा लिंक परियोजना से महोबा और झांसी में प्रेशराइज्ड पाइप इरीगेशन सिस्टम यानि दबावयुक्त सिंचाई प्रणाली का निर्माण किया जाएगा। पाइपों के जरिये पानी पहुंचाने की इस तकनीक के लिए 1200 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।

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    देश के अलग-अलग क्षेत्रों से 13 एजेंसियां भू सत्यापन कार्य कर रही हैं। इस तकनीक के लागू होने के बाद घरेलू जल आपूर्ति के लिए सबसे ज्यादा ललितपुर, महोबा और झांसी को 65 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी मिल सकेगा।

    13 एजेंसियां कर रही डिजाइन पार्ट का काम

    प्रेशराइज्ड पाइप इरीगेशन सिस्टम को स्थापित करने के लिए झांसी और महोबा में इन दिनों 13 एजेंसियां डिजाइन पार्ट का कार्य कर रही हैं। इसमें पंपों का डिजाइन, मुख्य पाइप लाइन और पंप हाउसों की स्थापना का खाका तैयार किया गया है। जनवरी माह के अंत तक सर्वे का यह कार्य पूरा किया जाएगा।

    केन बेतवा लिंक परियोजना में 90 प्रतिशत धनराशि केंद्र व 10 प्रतिशत राज्य को वहन करना है। 5121 करोड़ रुपये की लागत तैयार होने वाली केन बेतवा लिंक परियोजना से सबसे ज्यादा झांसी, बांदा, ललितपुर और महोबा लाभान्वित होंगे। नदी जोड़ों अभियान की इस परियोजना में प्रेशराइज्ड पाइप इरीगेशन सिस्टम सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है।

    सिंचाई के लिए होगा बेहतर संसाधन

    परियोजना के प्रथम चरण में होने वाले कार्यों में इरीगेशन सिस्टम बुंदेलियों के लिए सबसे ज्यादा कारगर होगा। इस सिस्टम के स्थापित होने के बाद महोबा जिले में 37 हजार हेक्टेयर और झांसी के 17 हजार हेक्टेयर भूमि को सिंचाई के सबसे बेहतर संसाधन उपलब्ध हो सकेंगे।

    झांसी में पंपिंग स्टेशन व लघु सिंचाई प्रणाली विकसित की जाएगी। जल संसाधन विभाग की मानें तो दोनों जिले में इरीगेशन सिस्टम को लागू करने के लिए जमीन चिह्नित कर ली गई है। इसके लिए पर्याप्त जगह मिल गई है, अतिरिक्त जमीन की आवश्यकता नहीं है।

    इन बिंदुओं पर तैयार हो रही रिपोर्ट

    1200 करोड़ के इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए बाहर से 13 एजेंसियां बुलाई गई हैं। यह टीमें इन दोनों जिलों में जमीनों को भोगौलिक अध्ययन कर रही हैं। जमीन कहां ऊंचाई में या कहां खाली स्थान में है, किन स्थानों से पाइप सिस्टम को निकाला जाएगा इन सभी बिंदुओं पर अपनी रिपोर्ट तैयार कर रही हैं।

    केन बेतवा लिंक परियोजना के अधिशासी अभियंता झांसी संतोष कुमार की मानें तो सर्वे का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। जनवरी माह के तीसरे सप्ताह तक प्रेशराइज्ड पाइप इरीगेशन सिस्टम का डीपीआर तैयार हो जाएगा। अगले साल जुलाई तक इस प्रोजेक्ट के लिए टेंडरिंग प्रक्रिया की जाएगी। वर्तमान में परियोजना के अधिकारियों द्वारा भू सत्यापन कार्य किया गया है। नवंबर 2025 से इस प्रोजेक्ट का कार्य प्रारंभ किया जाएगा।

    महोबा के 15 बांध व तालाबों का होगा जीर्णोद्धार

    महोबा में 15 बांध और तालाबों एवं लिंक नहर निर्माण से पानी की कनेक्टविटी मजबूत करने के लिए 510 करोड़ रुपये अलग से खर्च किए जाएंगे। इससे इस जिले कई सूखाग्रस्त क्षेत्रों में सिंचाई की सुविधा बढ़ जाएगी। इस पूरे प्रोजेक्ट पर काम पूरा होने के बाद महोबा को घरेलू जल आपूर्ति के लिए 20.13 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी आसानी से मिल सकेगा। इरीगेशन सिस्टम प्रारंभ होने के बाद झांसी को 14.66 व ललितपुर जिले को सर्वाधिक 31.98 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी मिल सकेगा।

    जलशक्ति राज्यमंत्री, रामकेश निषाद ने बताया

    प्रेशराइज्ड पाइप इरीगेशन सिस्टम को स्थापित करने के लिए एजेंसियां लगातार काम कर रही हैं। तय लक्ष्य के अनुरूप कार्य किया जा रहा है। जनवरी माह के अंत तक डीपीआर बन जाएगी। परियोजना के कार्यों का लगातार निरीक्षण भी किया जा रहा है।

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