Barabanki News: भूमिहीन बताकर अपात्र को किया गया सरकारी जमीन का आवंटित, जांच में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
बाराबंकी में सरकारी भूमि आवंटन में गड़बड़ी सामने आई है। भूमिहीनों के नाम पर अपात्रों को जमीन दे दी गई जिनके पास पहले से ही घर थे। शिकायत के बाद जांच हुई लेकिन एसडीएम ने पट्टा निरस्त करने की जगह शिकायतकर्ता को कोर्ट जाने की सलाह दे दी। एसडीएम का कहना है कि आवंटन पूर्व एसडीएम ने किया था और शिकायतकर्ता पहले उस भूमि पर अवैध कब्जा कर रहा था।

संवाद सूत्र, बाराबंकी। जिले में अपात्रों को सरकारी भूमि आवंटित कर दी गई। मामले की जांच हुई तो पता चला कि जिन्हें भूमिहीन बताकर जमीन दी गई थी, उनके पास पहले से भूमि व पक्का घर है। निरस्त करने के बजाय एसडीएम ने शिकायतकर्ता को सुझाव दे दिया कि यदि पट्टा निरस्त कराना है तो कोर्ट चले जाएं।
फतेहपुर के ग्राम पंचायत गंगौली में 0.089 हेक्टेयर जमीन रोड साइड की कुछ लोगों को पट्टा दिया गया है। इन्हें यह कहकर पात्र बनाया गया है कि वह भूमिहीन हैं और घर बनाने के लिए जमीन नहीं है। गंगौली के ही आशीष कुमार वर्मा ने 10 फरवरी को जिलाधिकारी को शिकायत पत्र दिया।
इस पर डीएम ने जांच कराने के आदेश दिया। फिर शिकायत राजस्व परिषद से की गई, तब 26 अप्रैल 2025 को एसडीएम कार्तिकेय सिंह ने परिषद को जांच कराकर रिपोर्ट भेजी। साथ ही, एक पत्र शिकायतकर्ता आशीष को दिया गया, जिसमें एसडीएम ने लिखा है कि पूर्व के अधिकारियों ने प्रस्ताव पर बंजर भूमि का पट्टा दिया था।
यदि शिकायतकर्ता चाहे तो कोर्ट की शरण लेकर पट्टा निरस्त करा सकता है। इस पत्र के बाद फिर से राजस्व परिषद को पत्र भेजा गया है और आवंटित पट्टा को निरस्त करने की मांग की गई है।
एसडीएम कार्तिकेय सिंह ने बताया कि आवंटन भूमि प्रबंधक समिति के प्रस्ताव के अनुक्रम में पूर्व एसडीएम की ओर से किए गए थे।
पहले इस बंजर भूमि पर शिकायतकर्ता अवैध कब्जा कर खेती कर रहा था, ग्रामसभा ने कब्जा हटवाकर भूमि जरूरतमंदों को आवंटित कर दी है।
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