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    शून्य लाइन लास के लिए पांच क्लस्टरों में आर्मर केबल और स्मार्ट मीटर, बरेली बना एनर्जी आडिटिंग का माडल सिटी

    Updated: Thu, 06 Nov 2025 10:15 PM (IST)

    बरेली में बिजली चोरी रोकने और लाइन लॉस कम करने के लिए एनर्जी ऑडिटिंग के तहत आर्मर केबल और स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। पहले चरण में कुतुबखाना, इज्जतनगर, नवाबगंज, आंवला और बहेड़ी में 66 हजार उपभोक्ताओं को शामिल किया गया है। स्मार्ट मीटर से बिजली चोरी का पता चलेगा और बकायेदारों से वसूली की जाएगी। इस मॉडल के सफल होने पर इसे पूरे जिले में लागू किया जाएगा।

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    कमलेश शर्मा, जागरण, बरेली। वर्टिकल सिस्टम लागू होने के बाद शहर की बिजली व्यवस्था में सुधार के सतत प्रयास किए जा रहे हैं। अब एनर्जी आडिटिंग के अंतर्गत रसोई गैस की तरह घर-घर आर्मर केबल डाली जाएगी। इससे लाइन लास शून्य किया जाएगा और उपभोक्ताओं को निर्बाध आपूर्ति मिलती रहेगी। माडल के तौर पर पांच क्लस्टर में इसे लागू किया जा रहा है, जिसमें 66 हजार उपभोक्ता शामिल किए गए हैं।

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    शहर में दो लाख 65 हजार उपभोक्ता हैं। प्रतिदिन बिजली की खपत 600 से 620 मेगावाट तक रहती है। इसे यूनिट में बदलकर देखें तो एक मेगावाट की चौबीस घंटे आपूर्ति 24,000 यूनिट होती है। इस तरह 600 मेगावाट खपत होने पर प्रतिदिन 1.44 करोड़ यूनिट बिजली का उपभोग होता है। 620 मेगावाट पर यह खपत बढ़कर 1.488 करोड़ यूनिट बिजली प्रतिदिन हो जाती है।

    उपभोक्ताओं को भरपूर आपूर्ति देने के बाद 34 प्रतिशत तक लाइन लास से यह बात साफ हो चुकी है कि तमाम कोशिशों के बाद भी बिजली चोरी नहीं रुक रही है। विद्युत विभाग और विजिलेंस की छापेमारी में सैकड़ों मामले मीटर बाइपास और पोल पर कटिया कनेक्शन लगाकर बिजली चोरी उजागर हो चुके हैं। इस पर अंकुश लगाने के लिए एनर्जी आडिटिंग के अंतर्गत नई व्यवस्था बनाई जा रही है।

    हर घर तक आर्मर केबल पहुंचाने और स्मार्ट मीटर लगाकर आपूर्ति दिए जाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।पहले फेज में पांच क्लस्टर में यह व्यवस्था लागू की जा रही है, जिनमें कुबुखाना, इज्जतनगर, नवाबगंज, आंवला और बहेड़ी को शामिल किया गया है। इन पांचों क्लस्टरों में सबसे पहले हर उपभोक्ता के घर आर्मर केबल से कनेक्शन और स्मार्ट मीटर लगाया जाएगा।

    इसके बाद मुहल्ले में लगे ट्रांसफार्मर से होने वाली बिजली की खपत और कनेक्शन के लोड का आडिट कराया जाएगा। दो किलोवाट का कनेक्शन लेकर चार किलोवाट का उपभोग करने वाले उपभोक्ताओं का चिह्नांकन तो स्मार्ट मीटर से ही हो जाएगा। बिजली चोरी का भी आकलन आसानी से किया जा सकेगा। आर्मर केबल लगने से मीटर बाइपास करके बिजली चोरी नहीं की जा सकेगी।

    कुतुबखाना में 11,500, इज्जतनगर में 11,400 उपभोक्ता हैं, जिन्हें यह सुविधा मिलेगी। इसी तरह नवाबगंज, आंवला और बहेड़ी को मिलाकर 66 हजार उपभोक्ताओं को इसमें शामिल किया जा रहा है। कनेक्शन लेने के बाद एक बार भी बिल जमा नहीं करने वाले समेत सभी बकायेदारों से शत-प्रतिशत वसूली की जाएगी। दावा किया जा रहा है कि यह माडल सफल होने पर पूरे जिले में लागू किया जाएगा।

    उपभोक्ताओं को निर्बाध विद्युत आपूर्ति के साथ बिजली चोरी पर अंकुश लगाने और लाइन लास को खत्म कराने की दिशा में एनर्जी आडिटिंग के तहत कुतुबखाना, इज्जतनगर, नवाबगंज, बहेड़ी, आंवला क्लस्टर बनाकर शत प्रतिशत आर्मर केबल, स्मार्ट मीटर लगाकर निगरानी की जाएगी। यह प्रयोग सफल होने पर पूरे जिले में यही व्यवस्था लागू कराई जाएगी।

    - ज्ञान प्रकाश, मुख्य अभियंता जोन प्रथम