पेशकार ने 25 हजार मांगी थी रिश्वत, 15 हजार देकर ही कर लिए गए ट्रैप; एंटी करप्शन टीम की कार्रवाई मची खलबली
एंटी करप्शन टीम ने गुरुवार को फरीदपुर के चकबंदी कार्यालय से पेशकार को 15 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। इस मामले में कोतवाली में प्राथमिकी पंजीकृत की गई है। आरोप है कि आरोपित ने काम करने के एवज में 25 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी, लेकिन 25 हजार रुपये की जुगाड़ नहीं होने पर 15 हजार रुपये देकर ही आरोपित को ट्रैप किया गया।

जागरण संवाददाता, बरेली। एंटी करप्शन टीम ने गुरुवार को फरीदपुर के चकबंदी कार्यालय से पेशकार को 15 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। इस मामले में कोतवाली में प्राथमिकी पंजीकृत की गई है। आरोप है कि आरोपित ने काम करने के एवज में 25 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी, लेकिन 25 हजार रुपये की जुगाड़ नहीं होने पर 15 हजार रुपये देकर ही आरोपित को ट्रैप किया गया। इस मामले की विवेचना भी अब एंटी करप्शन टीम स्वयं ही करेगी।
फरीदपुर के पदारथपुर गांव निवासी मुहम्मद आदिल ने एंटी करप्शन टीम से शिकायत की थी। उन्होंने पुलिस को बताया कि उनकी दादी ने उन्हें व उनके भाइयों को जमीन दान में दी थी। उस जमीन का वह दाखिल खारिज कराना चाहते थे जिसकी रिपोर्ट संबंधित लेखपाल ने लगाकर चकबंदी कार्यालय भेज दी थी।
जब आदिल वहां पेशकार से मिले तो आरोपित ने कहा कि उन्हें यह तो यह जमीन दान में ही मिली है इसलिए थोड़ा बहुत तो खर्चा पानी करना होगा। जब उन्होंने खर्चा पानी की बात पूछी तो आरोपित ने 25 हजार रुपये बताए। इतना रुपये देने से इनकार किया तो आरोपित ने काम करने से भी इनकार कर दिया। इसके बाद मामले की शिकायत एंटी करप्शन टीम से की गई।
टीम ने मामले की जांच कराई तो आदिल पर लगे सभी आरोप सही पाए गए। इसके बाद ट्रैप शुरू किया गया मगर उस वक्त आदिल के पास केवल 15 हजार रुपये ही थे। जिन्हें ट्रीट करके आरोपित को दिया गया और वह उस ट्रैप में फंस गया। मामले में कोतवाली पुलिस ने आरोपित के विरुद्ध एंटी करप्शन टीम के शिकायती पत्र पर प्राथमिकी लिख ली है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।