बरेली में निजी अस्पताल की घाेर लापरवाही, ऑपरेशन कर बच्चेदानी में कपड़ा छोड़कर लगा दिए टांके
बरेली के भोजीपुरा में एवन अस्पताल में प्रसव के दौरान लापरवाही सामने आई। बच्चे की मौत हो गई और महिला के पेट में कपड़ा छोड़ दिया गया। डीएम के आदेश पर अस्पताल सील कर दिया गया है और अस्पताल संचालक व डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। मामले की जांच के लिए चिकित्सीय बोर्ड का गठन किया गया है।

जागरण संवाददाता, बरेली। प्रसव आपरेशन के दौरान चिकित्सको की लापरवाही से महिला की जान मुश्किल में पड़ गई। उसने महिला की बच्चेदानी में कपड़ा छोड़कर टांके लगा दिए थे। शनिवार को डीएम अविनाश सिंह तक शिकायत पहुंची तो उन्होंने अस्पताल सील करा दिया। अस्पताल संचालक शहबाज एवं अज्ञात चिकित्सकों के विरुद्ध प्राथमिकी भी पंजीकृत कराई गई। स्वास्थ्य विभाग ने भी जांच के लिए टीम गठित की है।
ऑपरेशन से कराया था प्रसव
ताहिर खान ने बताया कि तीन जून को गर्भवती पत्नी नूरजहां को एवन अस्पताल में भर्ती कराया था। चिकित्सकों ने ऑपरेशन से प्रसव कराया, मगर शिशु की मौत हो चुकी थी। पांच दिन भर्ती के बाद अस्पताल से छुट्टी मिली मगर, नूरजहां के पेट में कई दिन दर्द बना रहा। टांकों से पस आने लगा तब 10 दिन बाद गणेश डायग्नोस्टिक सेंटर पर अल्ट्रासाउंड एवं शुभ डायग्नोस्टिक्स पर सीटी स्कैन कराया। दोनों जगह से आई रिपोर्ट में बताया गया कि बच्चेदानी में ब्लड सफाई का कपड़ा छूट गया है।
कपड़ा छोड़कर टांके लगा दिए
एवन अस्पताल के चिकित्सकों ने ऑपरेशन के दौरान कपड़ा छोड़ा, फिर टांके लगा दिए। इससे नूरजहां के गर्भाशय में गंभीर संक्रमण फैल गया। बाद में उनका दूसरे अस्पताल में उपचार कराया गया, जब जान बचाई जा सकी। वहां दोबारा आपरेशन कर कपड़ा भी निकाला गया था।
डीएम को दिखाया वीडियो, अस्पताल सील
शनिवार को ताहिर ने उसका वीडियो भी डीएम को दिखाया। जिसके बाद डीएम ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर विश्राम सिंह से कार्रवाई करने को कहा। दोपहर को पहुंची टीम ने अस्पताल सील किया।
बाद में ताहिर की तहरीर पर भोजीपुरा थाने में शहबाज व अज्ञात चिकित्सकों के विरुद्ध जानबूझकर जान खतरे में डालने, लापरवाही करने, चोट पहुंचाने, धमकाने की धारा में प्राथमिकी लिखी गई।
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