बरेली में 5 लाख वोटरों पर संकट: 2.44 लाख 'लापता', 2.87 लाख हुए शिफ्ट, प्रशासन तैयार
बरेली में लगभग 5 लाख वोटरों पर संकट मंडरा रहा है, जिनमें से 2.44 लाख 'लापता' हैं और 2.87 लाख वोटर शिफ्ट हो गए हैं। इससे आगामी चुनावों में मतदान प्रतिश ...और पढ़ें

प्रतीकात्मक चित्र
जागरण संवाददाता, बरेली। मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) का काम लगभग पूरा हो चुका है। सर्वे के दौरान करीब ढाई लाख वोटरों का पता नहीं लग पाया है। करीब तीन लाख लोग जिले से दूसरी जगह शिफ्ट हो चुके हैं। इतना ही नहीं पूर्व के वर्षों में एक लाख से अधिक मतदाताओं की मृत्यु हो चुकी है।
शहर और कैंट विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक वोटरों के नाम कटने की संभावना है। चुनाव आयोग के निर्देश पर इस बार मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान चल रहा है, जो 11 दिसंबर को पूरा हो जाएगा।
प्रशासन ने बीएलओ के माध्यम से जिले के सभी बूथों पर अभियान चलाकर लोगों से उनके आवेदन भरवाए। जिले में मतदाताओं की संख्या 34.05 लाख से अधिक दर्ज है। मंगलवार तक हुए पुनरीक्षण अभियान में एसआइआर का काम 99.77 प्रतिशत पूरा कर लिया गया है।
इसमें 26.57 लाख से अधिक मतदाताओं के फार्म पोर्टल पर अपलोड किए जा चुके हैं। सबसे अधिक संख्या मीरगंज की रही है और सबसे आखिरी पायदान पर शहर विधानसभा क्षेत्र रहा है, जहां मात्र 62.85 प्रतिशत अपलोड होने का काम पूरा हुआ है।
प्रशासन के आंकड़ों के हिसाब से नौ विधानसभा क्षेत्रों में हुए सर्वे के बाद 1.13 लाख से अधिक लोगों की पूर्व के वर्षों में मृत्यु होने की जानकारी हुई। प्रशासन 2.44 लाख से अधिक लोगों का पता भी नहीं लगा पाया।
वह दिवंगत हो गए या फिर ट्रांसफर हो गए। इसी तरह सर्वे में 2.87 से अधिक लोग ऐसे पाए गए जो जिले से बाहर शिफ्ट हो गए हैं। मतदाताओं की पूरी संख्या में से करीब 21 प्रतिशत लोग सर्वे के दौरान ट्रेस नहीं हो पाए।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि एसआइआर का काम जिले में लगभग पूरा हो गया है। सर्वे के दौरान तमाम लोगों के नाम मतदाता सूची में कम हो रहे हैं।
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