सावधान! APK फाइल में शादी का निमंत्रण भेज रहे साइबर ठग, डाउनलोड करते ही शुरू होता है ठगी का खेल
शादियों के सीजन में साइबर ठग सक्रिय हैं। वे शादी के निमंत्रण के नाम पर APK फाइल भेजकर फोन हैक कर रहे हैं। एक मेडिकल संचालक सतर्कता से ठगी से बचा। साइबर एक्सपर्ट APK फाइल डाउनलोड करने से पहले जांच करने की सलाह देते हैं। गूगल से कस्टमर केयर नंबर न निकालें और ओटीपी शेयर न करें।

जागरण संवाददाता, बरेली। शादियों का सीजन शुरू हो चुका है। ऐसे में इंटरनेट की दुनिया में तमाम लोग डिजिटल इंविटेशन भी भेज रहे हैं मगर आपको यहां सतर्क रहना हैं। किसी भी व्यक्ति के द्वारा भेजे गए शादी के निमंत्रण को एक साथ नहीं खोलना हैं, क्योंकि इस समय साइबर ठग शादी के निमंत्रण की आड़ में आपके फोन में एपीके फाइल भेज रहे हैं। जिससे अपके फोन का क्लोन बनता है और फिर पूरे फोन की जानकारी साइबर ठगों के पास पहुंच जाती है।
ऐसी ही एक फाइल एक मेडिकल संचालक के फोन पर उनके मित्र के नंबर से भेजी गई, मगर उन्होंने सतर्कता दिखाई और उसे डाउनलोड नहीं किया जिससे उनके फोन का क्लोन बनने से बच गया।
मेडिकल संचालक अंकित भाटिया बताते हैं कि, मंगलवार सुबह उनके फोन पर उनके मित्र के नंबर से एक संदेश आया। पहले टैक्सट मैसेज था जिसमें लिखकर आमंत्रित किया गया। इसके बाद एक फाइल भेजी गई, जिसके पीछे डाट एपीके लिखा था। जैसे ही अंकित ने उस फाइल पर क्लिक किया तो उनके फोन ने उसे डाउनलोड न करने का अलर्ट दिया। इसके बाद उन्होंने फाइल को डाउनलोड नहीं किया।
अंकित बताते हैं कि थोड़ी सी सतर्कता की वजह से उनके बैंक खाते सुरक्षित हैं। इस पर साइबर एक्सपर्ट नीरज सिंह बताते हैं कि, किसी भी व्यक्ति को जिस फाइल के पीछे डाट एपीके यदि लगा है तो किसी भी कीमत पर डाउनलोेड न करें। यदि बहुत ही आवश्यक हो तो सामने वाले से फोन पर पहले उसे कंफर्म करें तब उसे डाउनलोड करें। क्योंकि यह फाइल एक बार आपके फोन में इंस्टाल हो गई तो वह हाइड हो जाती हैं उसे ढूंढना काफी मुश्किल होता है। जब तक यह आपके फोन में डाउनलोड है तब तक साइबर ठगों के पास आपके फोन का क्लोन रहता है।
साइबर ठगी से बचने के लिए यह करें उपाय
- कभी भी किसी भी कस्टमर केयर का नंबर गूगल से न निकाले
- यदि कोई नंबर गूगल से निकाला है तो अपने बैंक खातों से संबंधित जानकारी न दें
- किसी भी व्यक्ति के साथ कोई ओटीपी शेयर न करें
- अनजान नंबर से आए लिंक पर भी कभी क्लिक न करें
- किसी भी तरह के लालच में न आएं
- कोई इंवेस्टमेंट का झांसा दे तो कभी भरोसा न करें
- पुलिस कभी भी वीडियो काल या डिजिटल अरेस्ट नहीं करती, यदि कोई ऐसा करता है तो उसकी बातों पर यकीन न करें
- यदि कोई होटल रेटिंग के नाम पर रुपये देने की बात कहे तो उस पर भरोसा न करें

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