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    Bhim Army Tweet Horoscope: भीम आर्मी पर बदायूं एसएसपी का एक्शन, तैयार करा रहे ट्वीट कुंडली, होगी कड़ी कार्रवाई

    By Ravi MishraEdited By:
    Updated: Fri, 26 Aug 2022 10:57 AM (IST)

    Bhim Army Tweet Horoscope News भीम आर्मी के खिलाफ बदायूं एसएसपी ओपी सिंह ने बड़ा एक्शन लिया हैं।वह भीम आर्मी की ट्वीट कुंडली तैयार करा रहे हैं।जिसमें ऐसे ट्वीट एकत्रित किए जा रहे हैं।जो जातीय विद्वेष फैलाते हुए नजर आते हैं।

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    Bhim Army Tweet Horoscope: भीम आर्मी पर बदायूं एसएसपी का एक्शन, तैयार करा रहे ट्वीट कुंडली, होगी कड़ी कार्रवाई

    बदायूं, अंकित गुप्ता। Bhim Army Tweet Horoscope News : लाठीचार्ज के बाद भीम आर्मी (Bhim Army) पर बदायूं एसएसपी कड़ी कार्रवाई करने के मूड़ में दिख रहे हैं। अब वह भीम आर्मी की ट्वीट कुंडली (Tweet Horoscope) तैयार करा रहे हैं। जिसके बाद वह मामले में कार्रवाई करेंगे।

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    पुलिस की मानें तो ट्विटर (Twitter) पर किए जाने वाले कई ऐसे ट्वीट हैं। जो जातीय विद्वेष फैलाते प्रतीत होते हैं। पुलिस इसी को आधार बनाकर जातीय विद्वेष फैलाने वालों को सबक के साथ संदेश देना चाहती है।

    पाठ्य संदेश, कविताएं, कहानियों और छोटे संदेशों को एक दूसरे से साझा करने के उद्देश्य से बनाए गए ट्विटर को भीम आर्मी ने अपने आंदोलनों और पुलिस पर दबाव बनाने का हथियार बना लिया है। पुलिस रिकार्ड के अनुसार जिले में ही भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के द्वारा लगभग हर माह तीन-चार हजार ट्वीटकिए जाते हैं।

    जिनमें कई ट्वीटऐसे होते हैं जिनमें धार्मिक, जातीय भावनाएं आहत होती या उनसे जातीय विद्वेष फैलता है। महिला शिक्षक के मामले में भी बीते चार दिनों करीब दो सौ से ज्यादा ट्वीटकिए गए। यही नहीं पुलिस द्वारा खदेड़े जाने के बाद भी ट्विटर पर ट्वीटकी झड़ी लग गई। पुलिस इन सभी को अपने रिकार्ड में रख रही है।

    अनुसूचित जाति के लोगों की आवाज उठाने वाले संगठन भीम आर्मी की ट्विटर पर एक बड़ी फौज है। उनका हर एक ट्वीट जिले से लेकर उनके राष्ट्रीय नेताओं (National Leader) तक पहुंचता है। जिसके जवाब में उन्हें प्रतिक्रियाएं मिलती है और सहयोग मिलना शुरू होता है।

    जिले के साइबर सेल (Cyber Cell) और मीडिया सेल के कर्मियों की मानें तो अगर भीम आर्मी के संगठन का कोई एक व्यक्ति एक ट्वीट करता है तो उसके एक घंटे के भीतर सौ ट्वीट और हो जाते हैं। बताते हैं कि अनुसूचित जाति के हर छोटे बड़े मामले में वह ट्विटर का ही सहारा लेते हैं।

    पुलिस को चेतावनी देनी हो या उनसे सहयोग की दृष्टि से बात करनी हो। वह थाने बाद में पहुंचते उससे पहले साइबर बेल के जरिए संबंधित थाने तक सूचना पहुंच जाती है कि फलां मामले में भीम आर्मी ने ट्वीटकिया है। इसका जवाब दें।

    बीते दिनों जिले में नाई द्वारा बाल न काटने के मामले में भी ऐसा ही हुआ, लेकिन जब पुलिस ने जांच की तो मामला कुछ और ही निकला। इसी तरह फैजगंज बेहटा में एक किशोरी के गायब होने के मामले में भी पुलिस पर दबाव बनाया गया, थाने का घेराव तो हुआ ही, लेकिन उससे पहले सैकड़ों ट्वीट हो गए।

    जबकि पुलिस अपनी कार्रवाई कर रही थी। महिला शिक्षक के मामले में भी भीम आर्मी का यही रुख रहा। लाठीचार्ज के बाद दोपहर एक बजे से लेकर शाम छह बजे तक बदायूं पुलिस चेतावनी भरे स्वर में भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने लगभग तीन सौ ट्वीट कर दिए थे।

    यह बात सही है कि भीम आर्मी के कार्यकर्ता हर मामले में ट्वीटकर दबाव बनाने का प्रयास करते हैं। वह ट्विटर के जरिए जातीय विद्वेष फैलाते हैं। उनके कई ट्वीट को एकत्र किया गया है। इस मामले और पहले के मामलों में भी भीम आर्मी के ट्वीटकी फाइल तैयार की गई है। इसे लेकर अब सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिससे भविष्य में इस तरह जातीय विद्वेष फैलाने वालों को सबक मिल सके। - डा. ओपी सिंह, एसएसपी