Updated: Wed, 17 Sep 2025 10:14 PM (IST)
Disha Patani House Firing case बरेली में दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग की जिम्मेदारी गोल्डी बरार गैंग ने ली थी जिसके बाद पुलिस और एसटीएफ सक्रिय हो गईं। एसएसपी अनुराग आर्य ने टीमों को राजस्थान और दिल्ली भेजा। जांच में पता चला कि गैंग के लिए 515 अपराधी काम करते हैं।
जागरण संवाददाता, बरेली। दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग की घटना की जिम्मेदारी जैसी ही गोल्डी बरार गैंग ने ली वैसे ही पुलिस के साथ एसटीएफ भी सक्रिय हो गई। एसएसपी अनुराग आर्य ने अपनी दो टीमों को राजस्थान और दिल्ली के लिए रवाना किया। वहां से पुलिस को जो इनपुट मिला, वो इन बदमाशों को पकड़ने में काफी काम आया। उसी के सहारे एसटीएफ ने आगे की कार्रवाई की और दोनों बदमाशों को मुठभेड़ में मार गिराया।
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एसएसपी की दोनों टीमों की जांच में सामने आया कि पंजाब, राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली में करीब 515 अपराधी हैं जो गोल्डी बरार गैंग के लिए काम करते हैं। इनमें से पंजाब और राजस्थान में करीब 335 व दिल्ली और हरियाणा में करीब 180 अपराधी हैं। पुलिस ने इन सभी के आपराधिक इतिहास के साथ पूरी एलब्म तैयार कर ली थी।
चूंकि, सीसीटीवी फुटेज से यह स्पष्ट हो गया था कि दोनों बदमाशों की उम्र करीब 25-30 वर्ष है। इसलिए इनका भी डाटा फिल्टर किया गया और फोटो आने पर रिकॉर्ड से मिलान किया गया।
गैंग के अपराधी जानबूझकर लेते हैं उल्टे-सीधे रास्ते
पुलिस की जांच में यह सामने आया कि, इस गैंग के पैटर्न है कि बदमाश किसी भी घटना के बाद कभी भी सीधा रूट नहीं पकड़ते हैं। यह जानबूझकर ऐसे घुमावदार रूट का इस्तेमाल करते हैं जिससे पुलिस भी चकरा जाए। कई बार यह लोग यू टर्न लेते हैं तो कई बार गांव देहात का रूट पकड़ते हैं।
दिशा पाटनी के घर पर भी फायरिंग करने वाले बदमाशों ने भी ऐसा ही किया। इन्होंने भी कई बार यूटर्न लिया और पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया। ऐसे में पुलिस जब ऐसे रूट की सीसीटीवी फुटेज खंगाली जहां जाने की कोई उम्मीद नहीं थी तो बदमाशों के चेहरे स्पष्ट हो गए। दोनों बदमाश भोजीपुरा तक सीधे रूट से गए, इसके बाद यूटर्न लिया और फिर वापस आए बाद में फिर गांव के रास्ते का इस्तेमाल किया और शीशगढ में जाकर निकले।
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