दिशा पाटनी के घर किसने की थी फायरिंग? बदमाशों के करीब पहुंची पुलिस; SSP बोले- जल्द होगी गिरफ्तारी
बरेली में दिशा पाटनी के घर पर हुई गोलीबारी के बाद पुलिस अपराधियों की तलाश में जुटी है। पुलिस को अहम सुराग मिले हैं और वे बदमाशों के करीब पहुँच चुके हैं। जांच में पता चला है कि बदमाश उत्तराखंड की ओर भागे हैं। पुलिस को शक है कि शूटर भाड़े पर रखे गए थे और वे एटीएम से पैसे निकालने की कोशिश कर रहे थे।

जागरण संवाददाता, बरेली। दिशा पाटनी के घर फायरिंग करने वाले शूटरों की जल्द गिरफ्तारी की उम्मीद है। पुलिस बदमाशों के काफी करीब पहुंच चुकी है। भोजीपुरा के बाद जो अपाचे बाइक दिखाई नहीं दी थी, उसे शीशगढ़ में ट्रेस किया गया है।
आशंका है कि बदमाशों ने देवरनिया के आस-पास का कोई रूट पकड़ा और शीशगढ़ होते हुए बिलासपुर के रास्ते उत्तराखंड की ओर निकल गए। पुलिस की एक टीम बाइक को ट्रेस करती हुई रुद्रपुर की तरफ पहुंची है। पुलिस को आशंका है कि यह शूटर भाड़े के हो सकते हैं। ऐसे में पुलिस ने अब घटना के बाद चौपुला, बस अड्डा, रेलवे स्टेशन समेत आस-पास के कई एटीएम के भी सीसीटीवी फुटेज एकत्र कराए हैं।
शुक्रवार तड़के दिशा के घर फायरिंग के बाद पुलिस ने जब बदमाशों की तलाश की तो कई अहम सुराग हाथ लगे। पुलिस को आशंका है कि यह दोनों शूटर भाड़े के थे। यदि ऐसा है तो बदमाशों ने घटना के तुरंत बाद बदमाशों को आनलाइन रुपये भेजे गए होंगे जो उन्होंने किसी न किसी एटीएम से निकाले होंगे। इसलिए चौपुला, स्टेशन रोड, बस अड्डे समेत आस-पास के सभी एटीएम की सीसीटीवी फुटेज एकत्र कराए हैं।
पुलिस की एक टीम उन फुटेज की जांच कर रही है। संभवत: भेजे गए रुपये बरेली के ही किसी एटीएम से निकाले गए हैं। वहीं, दिल्ली और राजस्थान गई टीमों ने भी अपना इनपुट पुलिस को भेजना शुरू कर दिया है। दोनों टीमों की जांच में सामने आया है कि इस गैंग के लिए पंजाब और राजस्थान में करीब 335 व दिल्ली और हरियाणा में करीब 180 अपराधी हैं जो इस गैंग के लिए काम करते हैं। पुलिस ने इन सभी अपराधियों के फोटो, नाम व पते का पूरा एल्बम प्राप्त कर लिया है। उसके आधार पर भी बदमाशों का मिलान किया जा रहा है।
25 से 30 वर्ष के बदमाशों को किया जा रहा अलग
पुलिस को पंजाब, राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली से जिन करीब 515 अपराधियों का डाटा मिला है, उसमें से 25-30 वर्ष के अपराधियों को फिल्टर किया जा रहा है। अभी तक की जांच और सीसीटीवी फुटेज से यह स्पष्ट हो गया है कि फायरिंग करने वाले दोनों बदमाशों की उम्र इसी के करीब है। इस गैंग के लिए काम करने वाले अपराधियों में से पहले तो जमानत पर छूटे बदमाशों को फिल्टर किया जा रहा है। इसके बाद उनमें से भी 25 से 30 वर्ष के बीच के बदमाशों की लिस्ट तैयार कराकर सीसीटीवी फुटेज से मैच किया जा रहा है।
गैंग के अपराधी जानबूझकर लेते हैं उल्टे-सीधे रास्ते
दिल्ली और हरियाणा गई पुलिस टीमों की अभी तक की जांच में यह सामने आया है कि इस गैंग का पैटर्न है कि बदमाश किसी भी घटना के बाद कभी सीधा रूट नहीं पकड़ते हैं। कई बार यह लोग यू टर्न लेते हैं तो कई बार गांव देहात का रूट पकड़ते हैं। दिशा पाटनी के घर पर भी फायरिंग करने वाले बदमाशों ने भी ऐसा ही किया। इन्होंने भी कई बार यूटर्न लिया और पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया। ऐसे में पुलिस अब उन रूट के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है जहां जाने की कोई उम्मीद नहीं थी।
भोजीपुरा के बाद कई बार लिया यूटर्न इसलिए नहीं हुए ट्रेस
घटना के बाद दोनों बदमाशों ने भोजीपुरा तक जाने के लिए तो सीधे रूट का इस्तेमाल किया, मगर बाद में उन्होंने अपने पैटर्न पर काम करना शुरू कर दिया। उन्होंने भोजीपुरा के बाद यूटर्न लिया और फिर वापस आए, बाद में फिर गांव के रास्ते का इस्तेमाल किया और शीशगढ़ में जाकर निकले।
बदमाशों की तलाश के लिए हमारी टीमें लगातार लगी हैं, सीसीटीवी कैमरों के साथ अन्य इनपुट पर भी काम किया जा रहा है। जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार किया जाएगा।- अनुराग आर्य, एसएसपी।
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