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    बस्‍ती में कृषि विभाग टीम ने पकड़ी 1050 बोरी खाद की कालाबाजारी, गोदाम सील; दुकानदार पर दर्ज होगी FIR

    Updated: Mon, 27 Oct 2025 04:58 PM (IST)

    बस्ती में कृषि विभाग की टीम ने खाद की कालाबाजारी का भंडाफोड़ करते हुए 1050 बोरी खाद जब्त की। यह खाद किसानों को ऊंचे दामों पर बेचने के लिए जमा की गई थी। गोदाम को सील कर दिया गया है और संचालक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की तैयारी है। विभाग ने कालाबाजारी करने वालों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।

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    जागरण संवाददाता, बस्ती। कृषि विभाग टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए खाद की कालाबाजारी के एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है। एक निजी गोदाम) पर मारे गए औचक छापे में यूरिया, एमओपी और डीएपी की कुल 1050 बोरी खाद अवैध रूप से स्टाक में मिली, जिसे ऊंचे दामों पर किसानों को बेचने की तैयारी थी।

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    रबी सीजन के दौरान क्षेत्र में खाद की किल्लत और ऊंचे दामों पर बिक्री की शिकायतें मिल रही थीं। इसी क्रम में जिला कृषि अधिकारी डा. बाबूराम मौर्य ने अपनी टीम के साथ सहकारी समिति पोखरा कप्तानगंज के गोदाम पर छापा मारा। निरीक्षण के दौरान, टीम ने पाया कि सरकारी स्टाक रजिस्टर में दर्ज मात्रा और गोदाम में मौजूद खाद की बोरियों की संख्या में भारी अंतर था। मौके मिले की अवैध खाद की खेप को जब्त की गई। सटाक सत्यापन में 1050 बोरियां नहीं मिली।

    जिला कृषि अधिकारी के अनुसार यह खाद सरकारी निर्धारित मूल्य से अधिक कीमत पर बेचने की तैयारी थी। गोदाम में स्टाक को छिपाकर रखने और बिना वैध बिल के बिक्री की सूचना मिली थी। यह खाद स्पष्ट रूप से किसानों को परेशान करके उनकी मजबूरी का फायदा उठाने के लिए बाहर स्टाक की गई है। तत्काल प्रभाव से गोदाम को सील कर दिया गया है।

    जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि इस मामले में संचालक के खिलाफ उर्वरक नियंत्रण आदेश, 1985 की धाराओं के साथ-साथ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत जिलाधिकारी की अनुमति लेकर कप्तानगंज थाने में कठोर धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कराने की तहरीर दे दी गई है। उन्होंने कहा कि किसानों के हितों से खिलवाड़ करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। खाद की कालाबाजारी और जमाखोरी करने वालों पर हमारी पैनी नजर है।

    सभी उर्वरक विक्रेताओं को सख्त हिदायत दी गई है कि वे निर्धारित मूल्य पर ही खाद बेचें और पीओएस मशीन का उपयोग अनिवार्य रूप से करें। औचक निरीक्षण की यह मुहिम आगे भी जारी रहेगी। विभाग की इस बड़ी कार्रवाई से खाद माफियाओं और काला बाजारियों में हड़कंप मच गया है, वहीं क्षेत्र के किसानों ने राहत की सांस ली है और प्रशासन के कदम की सराहना की है।