बाघ और गुलदार ही नहीं... कौड़िया वन रेंज में अब हिमालयन ब्लैक बीयर भी
कौड़िया वन रेंज में बाघ और गुलदार के साथ अब हिमालयन ब्लैक बीयर भी देखे गए हैं। इससे वन्यजीवों की विविधता बढ़ी है। वन विभाग वन्यजीवों की गतिविधियों पर ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, बिजनौर। भालू की हिमालयन ब्लैक बीयर प्रजाति का कुनबा उत्तराखंड क्षेत्र में लगातार बढ़ रहा है। बढ़ती आबादी इस प्रजाति को जिले के वन में ला रही है। कौड़िया वन रेंज में हिमालयन भालू की मूवमेंट लगातार देखी जा रही है। माना जा रहा है कि हिमालयन ब्लैक बीयर ने कौड़िया वन रेंज को अपना नया घर बना लिया है। बाघ और गुलदार के बाद अब कौड़िया वन रेंज में हिमालयन ब्लैक बीयर का भी राज कायम हो रहा है।
जिले के वन वन्य संपदा और वन्यजीवों की भरमार है। बाघ, हाथी, गुलदार वनों पर राज करते हैं। पानी में मगरमच्छ, घड़ियाल और डाल्फिन की हुकूमत चलती है। अमानगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघ, हाथी और बाकी वन्यजीवों के अलावा भालू भी पर्यटकों को लगातार दिख रहे हैं। अमानगढ़ के अंदर भालू की एशियन स्लाथ बीयर प्रजाति पाई जाती है। जिले के वन क्षेत्र उत्तराखंड के वन क्षेत्रों से जुड़े हैं। उत्तराखंड के वन्यजीव जिले के वन क्षेत्र में आते रहते हैं।
उत्तराखंड में हिमालयन ब्लैक बीयर भी पाया जाता है। जिले की किसी भी वन रेंज में यह अब तक देखने को नहीं मिलता था लेकिन पिछले कुछ समय से आरक्षित वन क्षेत्र नजीबाबाद की कौड़िया वन रेंज में हिमालयन ब्लैक बीयर लगातार दिख रहा है। उत्तराखंड के वनों में इसकी आबादी बहुत बढ़ गई है। वहां भालू-मानव संघर्ष भी लगातार बढ़ रहा है। नए घर की तलाश में इन्होंने कौड़िया वन रेंज को अपना नया ठिकाना बना लिया है। कौड़िया वन रेंज में भी खासतौर से राजगढ़ जाफराबाद क्षेत्र में हिमलायन ब्लैक बीयर का दिखना बहुत आम हो गया है।
ऐसा होता है हिमलायन ब्लैक बीयर
हिमालयन ब्लैक बीयर की ऊंचार साढ़े तीन फीट और वजन 250 किलोग्राम तक हो सकता है। इसकी छाती पर सफेद निशान होता है। यह सर्वाहारी होते हैं। फल, बीज, शहद, कीड़े और छोटे जानवरों को ये खाते हैं। ये असुरक्षित श्रेणी में शामिल हैं। इसका वैज्ञानिक नाम उरसूस थिबीटेनस लेनिगर है।
कौड़िया रेंज में दिखाई दे रहे हैं हिमालयन ब्लैक बीयर प्रजाति के भालू
हिमालयन ब्लैक बीयर प्रजाति के भालू कौड़िया रेंज में लगातार दिखाई दे रहे हैं। हो सकता है कि कई भालू यहां रहने भी लगे हों। इन्होंने कौड़िया रेंज को नया घर मान लिया है।
अभिनव राज, वनाधिकारी-आरक्षित वन क्षेत्र प्रभाग नजीबाबाद

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