पति को रिहा करने की एवज में दारोगा पर महिला से दुष्कर्म करने का आरोप, चार दिन बाद चंगुल से छूटकर भागी और...
कोतवाली की हवालात में बंद पति को छुड़ाने के बदले एक दारोगा पर महिला ने दुष्कर्म का आरोप लगाया है। पुलिस ने प्रारंभिक जांच में इसे झूठा करार दिया है। पुलिस के अनुसार, महिला ने पहले भी एक युवक पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था, जो जांच में गलत साबित हुआ था।

जागरण संवाददाता, बुलंदशहर। कोतवाली की हवालात में बंद पति को छोड़ने की एवज में दारोगा पर महिला से दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। हालांकि पुलिस प्रथम दृष्टया मामले को झूठा करार दे रही है। पुलिस की माने, तो महिला ने पहले एक युवक पर भी दुष्कर्म का आरोप लगाया था, जो जांच में झूठा निकला था।
खुर्जा निवासी एक महिला शनिवार को एसएसपी कार्यालय पहुंची और पुलिस अधीक्षक ग्रामीण डा. तेजवीर सिंह से शिकायत की। महिला ने बताया कि वह अपने पति के साथ एक निजी कंपनी में काम करती थी। इस दौरान उसकी मुलाकात कंपनी में काम करने वाले तीन युवकों से हुई। आरोप है कि आठ नवंबर 2024 को उक्त युवक उसका अपहरण कर ले गए और कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर उसे पिला दिया और सामूहिक दुष्कर्म किया था। इसके बाद आरोपितों द्वारा उसका मतांतरण भी कराया गया। इधर थाने पर उसके पति ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
चार दिन बाद चंगुल से छूटी
आरोपितों के चंगुल से चार दिन बाद किसी तरह बचकर वह घर वापस पहुंची थी। इसके बाद खुर्जा कोतवाली पर तैनात दारोगा उनके पास पहुंचा और उसके पति से अभद्रता करते हुए अपने साथ कोतवाली में ले गया। दारोगा का कहना था कि महिला के घर आने पर पुलिस को सूचना क्यों नहीं दी।
आरोप है कि पुलिस ने उसके सामने उसके पति को पीटा और पति को छोड़ने की एवज में रिश्वत मांगी। आरोप है कि रिश्वत देने में असमर्थता जताने पर दारोगा ने उसके साथ एक होटल में दुष्कर्म किया। आरोप है कि इसके बाद आरोपित ने कई बार उसके साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता ने न्याय नहीं मिलने पर मेरठ डीआइजी कार्यालय पहुंचकर परिवार के साथ धरना देने की चेतावनी दी है।
पुलिस जांच में यह मामला पूरी तरह से फर्जी होना सामने आया है। पहले महिला ने एक युवक पर दुष्कर्म करने का आरोप लगाते हुए कोतवाली पर तहरीर दी थी। घटनास्थल अलीगढ़ की होने के बावजूद भी पुलिस ने पीड़िता की रिपोर्ट दर्ज कर आरोपित के खिलाफ कार्रवाई की। महिला अब दो अन्य युवकों के साथ दारोगा पर दुष्कर्म करने का आरोप लगा रही है, जो पुलिस जांच में पूरी तरह से निराधार पाए गए हैं।
- डा. तेजवीर सिंह, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण बुलंदशहर

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