Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर को देवरिया लेकर पहुंची लखनऊ पुलिस, छावनी में तब्दील कोतवाली; फोर्स तैनात

    Updated: Wed, 10 Dec 2025 02:06 PM (IST)

    लखनऊ पुलिस पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर को देवरिया लेकर पहुंची और कोतवाली में पूछताछ की। अमिताभ ठाकुर पर 1999 में एसपी रहते हुए पद का दुरुपयोग करने और पत ...और पढ़ें

    जागरण संवाददाता, देवरिया। पूर्व आइपीएस अमिताभ ठाकुर को बुधवार की सुबह लखनऊ पुलिस लेकर देवरिया कोतवाली पहुंची। कोतवाली में उनसे 2 घंटे पूछताछ की गई। सुबह से लेकर दोपहर तक कोतवाली में किसी का भी प्रवेश वर्जित रहा। पूरी कोतवाली पुलिस छावनी में तब्दील है। पुलिस विभाग के जिम्मेदार अधिकारी इस पर कुछ भी बताने से इनकार कर रहे हैं। इस मामले को लेकर महक में खलबली मची हुई है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कोतवाली में अमिताभ ठाकुर के आने की सूचना के बाद जब लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हुई तो पुलिस उन्हें अन्यत्र ले गई। वर्ष 1999 में जिले में एसपी रहते हुए पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने अपनी पत्नी नूतन ठाकुर के नाम से देवरिया के औद्योगिक क्षेत्र में प्लाट खरीदा था। बाद में विवाद होने पर उन्होंने इस प्लाट को बेच दिया था। इस मामले में लखनऊ के तालकटोरा निवासी संजय शर्मा की तहरीर सितंबर माह में लखनऊ के ताल कटोरा थाने में मुकदमा दर्ज किया गया।

    पूर्व आईपीएस पर तहरीर देकर आरोप लगाया गया है कि अमिताभ ने 1999 में एसपी देवरिया रहते हुए पद का दुरुपयोग किया। उनकी पत्नी ने औद्योगिक क्षेत्र में एक प्लॉट लेते समय अपना नाम नूतन देवी लिखा, जबकि पति का नाम अभिजात ठाकुर/अभिताप ठाकुर लिखा। यही नहीं दस्तावेज में पता खैरा, जिला सीतामढ़ी, बिहार लिखा गया है। बाद में इस प्रापर्टी का विक्रय वास्तविक नाम और पते के आधार पर किया गया। सरकारी विभागों, बैंकों और राज्य सरकार को धोखे में रखा गया। इस मामले में मंगलवार की देर रात शाहजहांपुर रेलवे स्टेशन से ट्रेन से लखनऊ पुलिस ने अमिताभ ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद पुलिस उन्हें लेकर देवरिया पहुंची। यहां देवरिया सदर कोतवाली में उनसे पूछताछ की गई।

    एफआइआर में आरोप है कि अमिताभ ने 1999 में एसपी देवरिया रहते हुए पद का दुरुपयोग किया। उनकी पत्नी ने औद्योगिक क्षेत्र में एक प्लॉट लेते समय अपना नाम नूतन देवी लिखा, जबकि पति का नाम अभिजात ठाकुर/अभिताप ठाकुर लिखा। यही नहीं पता खैरा, जिला सीतामढ़ी, बिहार लिखा गया है। बाद में उक्त प्रॉपर्टी का विक्रय वास्तविक नाम और पते के आधार पर किया गया। सरकारी विभागों, बैंकों और राज्य सरकार को धोखे में रखा गया। इस मामले में मंगलवार की देर रात शाहजहांपुर रेलवे स्टेशन से ट्रेन से लखनऊ पुलिस ने अमिताभ ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद पुलिस उन्हें लेकर दवेरिया पहुंची। यहां देवरिया सदर कोतवाली उनसे पूछताछ की गई।

    पत्रकारों फरियादियों को कोतवाली में जाने से रोका, झड़प

    देवरिया। पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर से पूछताछ के दौरान सदर कोतवाली में पूछताछ के दौरान बाहरी लोगों का प्रवेश वर्जित रखा गया। कोतवाली में पत्रकार गिरफ्तारी के बारे में जानने के लिए पहुंचे पुलिसकर्मियों ने उन्हें बाहरी रोक दिया पूरी कोतवाली पुलिस थाने में तब्दील है बाहरी लोगों का प्रवेश वर्जित किया गया है।

    पूर्व आईपीएस की गिरफ्तारी पर बयान देने से बचते रहे अधिकारी

    पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर के की गिरफ्तारी व जिले में पूछताछ के बारे में बताने से जिले के पुलिस के अधिकारी बचते रहे। पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने बताया कि इसकी मुझे कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है। यही हाल अन्य अधिकारियों का भी रहा।

    यह भी पढ़ें- शाहजहांपुर में पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर गिरफ्तार, रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से उतारकर देवरिया ले गई पुलिस