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    Deoria News: हत्या की ओर इशारा कर रहीं परिस्थितियां, पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर टिकी निगाहें

    Updated: Wed, 08 Oct 2025 03:11 PM (IST)

    देवरिया मेडिकल कॉलेज के नए ओपीडी भवन में पानी की टंकी में एक अज्ञात युवक का शव मिला। पुलिस ने शव को फ्रीजर में रख कर जांच शुरू कर दी है। प्रथम दृष्टया मामला हत्या का लग रहा है। कॉलेज प्रशासन पिछले 10 दिनों में भर्ती हुए रोगियों का विवरण जुटा रहा है। डीएम ने सुरक्षा में चूक पर प्रधानाचार्य को फटकार लगाई और जांच के लिए समिति बनाई है।

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    मेडिकल कालेज में कंक्रीट की बनी पानी की टंकी में शव मिलने का मामला

    जागरण संवाददाता, देवरिया। महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कालेज के नवीन ओपीडी भवन की पांचवीं मंजिल पर बनी कंक्रीट की पानी की टंकी में मिले युवक के शव की अब तक पहचान नहीं हो सकी है। शव को फिलहाल फ्रीजर में सुरक्षित रखा गया है। 72 घंटे बाद यानी गुरुवार को पोस्टमार्टम कराया जाएगा।

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    परिस्थितियों को देखकर प्रथम दृष्टया मामला हत्या का प्रतीत हो रहा है, हालांकि पुलिस अधिकारी फिलहाल कुछ भी कहने से बच रहे हैं।

    फारेंसिक टीम ने मंगलवार को टंकी का पानी जांच के लिए सुरक्षित किया। इससे पहले सोमवार की देर शाम रोगियों को बिछाने वाली चादरें और अन्य कपड़े भी कब्जे में लिए थे। घटना को लेकर दिनभर मेडिकल कालेज परिसर में चर्चा का माहौल बना रहा। लोग सच्चाई जानने को उत्सुक दिखे।

    घटना के बाद साक्ष्य जुटाने का कार्य जारी है। टंकी की गहराई को देखते हुए मंगलवार को दमकल कर्मियों को बुलाया गया, लेकिन भीतर उतर पाना संभव न होने से निराशा हाथ लगी। उधर, मेडिकल प्रशासन ने पिछले 10 दिनों में भर्ती हुए रोगियों का पूरा विवरण जुटाना शुरू कर दिया है। इनमें देवरिया के अलावा कुशीनगर, बलिया, गोरखपुर, और बिहार के गोपालगंज व सिवान जनपदों के रोगी शामिल हैं।

    विभागीय लोगों के अनुसार, विवरण मिलने के बाद उनके स्वजन से संपर्क साधा जाएगा, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि कहीं कोई रोगी लापता तो नहीं है। प्रधानाचार्य डा. राजेश बरनवाल ने सभी विभागाध्यक्षों से जानकारी शीघ्र उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। फिलहाल पुलिस के पास किसी भी रोगी के लापता होने की सूचना नहीं है।

    तो बरजा के सहारे टंकी तक पहुंचा युवक 

    टंकी से सटा एक गेट है, जिसके पास बरजा बना है। वहीं दरवाजे के सामने लकड़ी की टूटी सीढ़ी पड़ी थी। बरजा के नीचे का प्लास्टर भी टूटा हुआ मिला। कयास लगाया जा रहा है कि युवक ने टूटी सीढ़ी के सहारे बरजा पर चढ़कर टंकी तक पहुंचा होगा। प्लास्टर का गिरना इसी संभावना को बल दे रहा है। फिलहाल यह जांच का विषय है। युवक अकेले था या उसके साथ अन्य लोग भी थे। सीसी कैमरों को भी खंगाला जा रहा है। जिससे यह पता लगाया जा सके।

    रैंप के सहारे पांचवीं मंजिल तक पहुंचना आसान 

    नवीन ओपीडी भवन की जिस दिशा में टंकी बनी है, उस ओर पहली से पांचवीं मंजिल तक रैंप का निर्माण हुआ है। माना जा रहा है कि युवक ने इसी रैंप के जरिए ऊपर तक पहुंचा होगा, क्योंकि उस ओर से जाना आसान है। दूसरी ओर की सीढ़ियों से जाना कठिन हैं।

    दूषित पानी से धोए गए सर्जिकल उपकरण 

    मेडिकल कालेज के आपरेशन थिएटर में सोमवार को करीब छह रोगियों के आपरेशन हुए थे। सर्जिकल उपकरणों को उसी पानी से धोया गया था। मंगलवार को ओटी में ऑपरेशन रोक दिए गए।

    टंकी से ही होती है पूरे भवन में जलापूर्ति 

    जिस टंकी में शव मिला, उससे पूरे नवीन भवन में शौचालयों से लेकर वार्डों तक जलापूर्ति होती है। मंगलवार को नगर पालिका परिषद से दो टैंकर पानी मंगाया गया, जिसका उपयोग रोगियों व तीमारदारों ने पीने के लिए किया।

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    सुरक्षा में चूक उजागर, डीएम ने प्रधानाचार्य को लगाई फटकार

    डीएम दिव्या मित्तल ने मंगलवार को मेडिकल कालेज के पांचवीं मंजिल पर पहुंचकर सुरक्षा में चूक की जांच की। उन्होंने दरवाजे में ताला बंद होने के बारे में प्रधानाचार्य डा.राजेश बरनवाल से पूछा तो उन्होंने हां में जवाब दिया, लेकिन सुरक्षाकर्मी ने ताला बंद नहीं होने की बात कही तो डीएम उन पर बिफर पड़ीं। उन्होंने प्रधानाचार्य को जमकर फटकार लगाई।

    उन्होंने मेडिकल कालेज प्रशासन के स्तर से सुरक्षा में चूक की जांच कराने का निर्देश दिया। इसके लिए सीडीओ प्रत्यूष पांडेय की अध्यक्षता में चार सदस्यीय समिति गठित की है, जिसमें सीआरओ जलराजन चौधरी, एसीएमओ डा.एसके सिन्हा व सीओ सदर संजय रेड्डी शामिल हैं।

    पांचवीं मंजिल पर कहीं भी सीसी कैमरा नहीं दिखा। इसे सुरक्षा में सबसे बड़ी खामी मानी जा रही है। इस मौके पर सीडीओ प्रत्यूष पांडेय, सीआरओ जलराजन चौधरी, सीएमएस डा.एचके मिश्र, सीओ संजय रेड्डी आदि मौजूद रहे।