यूपी के इस जिले में 42.95 करोड़ से सुधरेगी जिले की बिजली व्यवस्था, लगेंगे 81 नए ट्रांसफार्मर
उत्तर प्रदेश के एक जिले में बिजली व्यवस्था को सुधारने के लिए 42.95 करोड़ रुपये की परियोजना शुरू होगी। इसके तहत 81 नए ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे, जिससे बिजली आपूर्ति बेहतर होगी और कटौती कम होगी। UPPTCL द्वारा कार्यान्वित इस परियोजना से लोगों को बिजली की समस्या से निजात मिलेगी और जीवन स्तर सुधरेगा।

42.95 करोड़ से सुधरेगी जिले की बिजली व्यवस्था।
जागरण संवाददाता, देवरिया। जिले की बिजली व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, वाराणसी की ओर से 42.95 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। नए ट्रांसफार्मर लगाने के साथ ही ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि की जाएगी। लाइनों में भी सुधार किया जाएगा। जिससे आगामी गर्मी के सीजन में न केवल बिजली आपूर्ति में सुधार होगा, बल्कि फाल्ट व ओवरलोड जैसी समस्या से भी निजात मिलेगी।
बिजनेस प्लान 2025-26 के तहत जिले में 81 नए ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे, जिसमें 25 केवी के 26, 63 केवी के 21, 100 केवी के 15, 250 केवी के 19 ट्रांसफार्मर शामिल हैं। नए ट्रांसफार्मर लगाने से उन क्षेत्रों में राहत मिलेगी, जहां कम क्षमता के कारण आए दिन फाल्ट या ओवरलोड की समस्या उत्पन्न होती है।
इसके साथ ही 311 ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि की जानी है, जिसमें 10 से 25 केवी के 32, 16 से 25 केवी के नौ, 25 से 25 केवी के 91, 63 से 100 केवी के 82, 100 से 250 केवी के 95, 160 से 250 केवी के दो ट्रांसफार्मर शामिल हैं। इससे ग्रामीण व शहरी दोनों ही इलाकों में वोल्टेज सुधार व निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित होगी।
33 केवी के सात लाइन का निर्माण कार्य जल्द पूरा किया जाएगा। जिससे प्रमुख फीडरों पर भार कम होगा व ट्रिपिंग जैसी समस्याओं में कमी आएगी। 11 केवी के छह लाइनों का निर्माण होगा।
33/11 केवी के नौ उपकेंद्रों की क्षमता में होगी वृद्धि
33/11 केवी के नौ उपकेंद्रों की क्षमता वृद्धि की जाएगी, जिसमें बघौचघाट, सूरजपुर, मदनपुर, देसही, देवरिया, पकड़ी, जरार, तेलिया कला, रुद्रपुर ग्रामीण, रामपुर कारखाना शामिल है।
| विद्युत वितरण खंड | कुल धनराशि (लाख रुपये में) |
|---|---|
| देवरिया | 1158.03 |
| गौरीबाजार | 1974.44 |
| सलेमपुर | 544.48 |
| बरहज | 618.39 |
| कुल धनराशि | 4295.34 |
क्या कहते हैं अधिकारी
ये सभी कार्य पूर्ण होने के बाद जिले में बिजली आपूर्ति की स्थिति पहले की तुलना में काफी बेहतर होगी। उपभोक्ताओं को लो-वोल्टेज की समस्या, बार-बार ट्रिपिंग, ओवरलोड जैसी मुश्किलों से बड़ी राहत मिलेगी। -अमित सिंह, अधीक्षण अभियंता, विद्युत।

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