संपत्ति विवाद में पिता-पुत्र ने मिलकर की बेटे की हत्या, 17 वर्ष की उम्र में तीन को मारकर किलर बन गया था जयदयाल
एटा के कंगरौल गांव में संपत्ति विवाद में पिता और पुत्र ने मिलकर छोटे भाई की हत्या कर दी। मृतक जयदयाल 2022 में जेल से रिहा हुआ था और पहले भी हत्या के आरोप में सजा काट चुका था। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। गांव में इस घटना से सनसनी फैल गई है।

जागरण संवाददाता, एटा/मलावन। क्षेत्र के गांव कंगरौल में पिता के साथ मिलकर छोटे भाई की लाठी डंडो से पीटकर दिनदहाड़े हत्या कर दी गई। शव को घर के अंदर छोड़कर फरार हो गए। इसकी जानकारी लोगों ने मलावन पुलिस को दी। सूचना मिलने पर सीओ सकीट और थाना मलावन पुलिस मौके पर पहुंच गई। साथ ही फील्ड यूनिट टीम भी मौके पर पहुंची और घटना के साक्ष्य जुटाए।
थाना मलावन क्षेत्र के गांव कंगरौल निवासी प्रेमसिंह के जयदयाल और संजू बेटे हैं। जिनमें से 40 वर्षीय बेटा जयदयाल से उनका रविवार सुबह को बटवारे को लेकर बिवाद हो गया। जिसके दौरान बेटे ने पिता की मारपीट कर दी। उस वक्त मामला लोगों ने शांत करा दिया। इसके बाद दाेपहर के वक्त फिर से बिवाद शुरू हो गया। उसी समय संजू ने अपने पिता प्रेमसिंह के साथ मिलकर जयदयाल की लाठी डंडों से पिटाई करते हुए उसकी हत्या कर दी।
शव को घर के आंगन में छोड़कर भागे पिता और पुत्र
घटना को अंजाम देने के बाद शव को घर के आंगन में छोड़कर आरोपित पिता पुत्र मौके से फरार हो गए। दिनदहाड़े घर के अंदर हुई हत्या जैसी घटना की जानकारी लोगों ने पुलिस को दी। सूचना मिलते ही सीओ सकीट और थाना मलावन पुलिस मौके पर पहुंच गई। इसके बाद फील्ड यूनिट की टीम भी पुलिस ने मौके पर बुलाई। जहां टीम ने घटना से संंबंधित साक्ष्य जुटाए। घटना की जानकारी मिलने पर गांव के लोगों की भी मौके पर भीड़ जुट गई। वहीं थाना प्रभारी मलावन रोहित राठी ने बताया कि घटना से साक्ष्य जुटाए गए हैं। जांच कर कार्रवाई की जा रही है।
2022 में जेल से हुई थी रिहाई
मृतक युवक जयदयाल की वर्ष 2022 में जेल से रिहाई हुई थी। पुलिस ने बताया कि मृतक जयदयाल और उसके पिता प्रेम सिंह एवं भाई संजू के खिलाफ उसके ही बाबा, चाची और चचेरी बहन की हत्या करने की वर्ष 2006 में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। जिसके आरोप में तीनों को सजा हुई थी। इसके बाद वर्ष 2022 में आरोपितों की जेल से रिहाई हुई थी। उसके बाद मृतक अपने स्वजन के साथ गांव में रहता था।
एक माह पहले भी की थी मारपीट
रविवार को पिता पुत्रों के बीच हुई घटना से एक माह पहले भी तीनाें लोगों में विवाद हुआ था। जिसे लेकर पिता ने मृतक के खिलाफ थाना मलावन में शिकायत दर्ज कराई थी। इस तरह से परिवार में एक माह से कलह की चिंगारी सुलगती चली आ रही थी।
17 वर्ष की उम्र में उसने बाबा, चाची और चचेरी बहन को बेरहमी से मारा था
गांव कंगरौल में पिता के साथ मिलकर छोटे भाई की लाठी-डंडों से पीटकर की गई भाई की हत्या को लेकर लोगो की जुबां पर मृतक की पुरानी बातें छा गईं। मृतक जयदयाल शुरू से ही आपराधिक प्रवृत्ति का था। मात्र 17 वर्ष की उम्र में उसने बाबा, चाची और चचेरी बहन को बेरहमी से मारा था। धारदार हथियारों से प्रहार कर अकेले ने ही तीनों की हत्या कर दी थी। गांव के लोग कह रहे हैं कि पिता और भाई को जयदयाल की हत्या नहीं करनी चाहिए थी, कानून के जरिए उसकी करतूत पर अंकुश लगाया जा सकता था।
लोगों ने बताया कि जयदयाल ने वर्ष 2006 में सिर्फ इसलिए कि बाबा जयनंदन यादव, चाची शकुंतला और उनकी बेटी रीना की जमीन हड़पने के उद्देश्य से हत्या की थी। जयदयाल के चाचा की मृत्यु वर्ष 2006 से पूर्व वर्षा के दौरान छत गिरने से मलबे में दबकर हो गई थी।
तीन हत्याओं के आरोप में जेल जा चुका था
रीना उस समय काफी छोटी थी, लेकिन जयदयाल ने उसे भी मार दिया था। तीन हत्याओं के आरोप में उसे सजा हुई और जेल से आने के बाद वह सिर्फ इस जुगत में लग गया कि उसे अपने हिस्से की दो बीघा जमीन मिल जाए। इसके लिए आए दिन परिवार वालों को तंग करने लगा था। लोग कह रहे हैं कि जयदयाल की हत्या करने वालों ने समझदारी नहीं दिखाई। उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए थी। यह वारदात गुस्सा और आपा खोने के चलते हो गई। जयदयाल की शादी नहीं हुई थी।

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