इटावा सफारी पार्क में लेपर्ड सफारी का उठाएं लुत्फ, लखन, सिया,रावर्ट, शैलजा व भरत बने आकर्षण का केंद्र
इटावा सफारी पार्क में लेपर्ड सफारी का शुभारंभ हुआ जिसमें पांच शावक पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बने। 21 हेक्टेयर में फैली सफारी में शावकों के लिए पांच हेक्टेयर क्षेत्र है। इन शावकों को बिजनौर और मुरादाबाद से रेस्क्यू किया गया था।

लेपर्ड सफारी में पेड़ पर घूमता शावक। स्रोत सफारी पार्क
जागरण संवाददाता, इटावा। लेपर्ड सफारी का रविवार को शुभारंभ होने के बाद यहां छोड़े गए पांच शावक पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। रविवार की शाम को 4 बजे लेपर्ड सफारी चालू होने के बाद दो दर्जन पर्यटक पहुंचे। हालांकि सोमवार को अवकाश होने के कारण पर्यटक तो नहीं आए, लेकिन विधान परिषद की प्रदेशीय विद्युत जांच व्यवस्था समिति के सभापति अंगद सिंह ने करीब 50 लोगों के साथ खुले क्षेत्रफल में लेपर्ड का दीदार किया। इस समय सफारी में 24 लेपर्ड रह रहे हैं, जिनमें पांच शावक हैं।
निदेशक डा.अनिल पटेल ने बताया कि 21 हेक्टेयर क्षेत्रफल में लेपर्ड सफारी को शुरू किया गया है,जिसमें से पांच हेक्टेयर क्षेत्रफल में लेपर्ड के शावक को खुले में छोड़ा गया है, इनकी उम्र छह माह से एक साल के बीच है, इनके नाम लखन, सिया,रावर्ट, शैलजा व भरत हैं। सफारी का समय प्रात: साढ़े नौ बजे से शाम पांच बजे तक है। उसके बाद इन्हें एनीमल हाउस में रखा जाएगा।
उन्होंने बताया कि पांच शावकों में से चार बिजनौर व एक मुरादाबाद से रेस्क्यू कर लाए गए थे। अब वह सफारी के वातावरण में ढल गए हैं। खुले मे छोड़ने से पहले उनके व्यवहार को भी देखा गया था और रिहर्सल की गई थी। रविवार को करीब 1200 पर्यटक सफारी में पहुंचे, शनिवार और रविवार को 1000- 1200 पर्यटक आते हैं।
बाकी दिनों का औसत 400 के आसपास रहता है। उन्होंने बताया कि लेपर्ड सफारी खुलने के बाद निश्चित तौर पर यहां पर यहां पर पर्यटकों का आवागमन बढ़ेगा। रविवार को लेपर्ड सफारी का शुभारंभ वन विभाग की प्रधान मुख्य वन संरक्षक अनुराधा वेमूरी ने फीता काट कर किया था।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।