गाजियाबाद स्टेशन पर रेलवे की बड़ी लापरवाही आई सामने, स्लीपर की जगह पहुंचा AC कोच; मच सकती थी भगदड़
एक रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के लिए स्लीपर कोच की जगह गलती से एसी कोच पहुंच गया, जिससे अफरा-तफरी मच गई। यात्रियों में भ्रम फैल गया और भगदड़ की स्थिति बन सकती थी। रेलवे कर्मचारियों ने तुरंत हस्तक्षेप करके स्थिति को संभाला और एक संभावित दुर्घटना को टाला। रेलवे प्रशासन ने इस चूक की जांच के आदेश दिए हैं।
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हसीन शाह, गाजियाबाद। दीवाली से पहले रेलवे स्टेशन पर रेलवे की बड़ी लापरवाही सामने आई है। गाजियाबाद रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर आनंद विहार टर्मिनल-जोगबनी के कोच की पोजिशन डिस्प्ले बाेर्ड पर गलत प्रसारित कर दी गई। इससे यात्री गुमराह हो गए। अधिक भीड़ होने के कारण स्टेशन पर भगदड़ मच सकती थी। भगदड़ की संभावना को ध्यान में रखते हुए स्थानीय खुफिया इकाई ने इसकी रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को अवगत कराया है।
त्योहारी सीजन के मद्देनजर गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर भीड़ अधिक बढ़ गई है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए होल्डिंग एरिया बनाया गया है। गाजियाबाद और नोएडा के यात्रियों का भार गाजियाबाद स्टेशन पर है। दीवाली से पहले प्रतिदिन लगभग 1.20 लाख लोग स्टेशन पर पहुंच रहे हैं। आनंद विहार टर्मिनल-जोगबनी ट्रेन में बैठने के लिए यात्री शनिवार को सुबह नौ बजे गाजियाबाद स्टेशन पर पहुंच गए।
स्टेशन पर एनाउंसमेंट हुआ कि ट्रेन प्लेटफार्म नंबर एक पर आ रही है। प्लेटफार्म नंबर पर कौन सा कोच किस स्थान पर आएगा इसके लिए डिस्पले बोर्ड लगे हैं। कोच की स्थिति का डिस्पले देखकर लोग निर्धारित स्थान पर खड़े हो गए। सुबह 9:24 बजे ट्रेन प्लेटफार्म पर पहुंची। डिस्प्ले के अनुसार कोच की स्थिति में गड़बड़ी हो गई। स्लीपर के स्थान पर एसी कोच खड़ा हो गया हो गए। ट्रेन के रुकने का समय कम होता है।
ऐसे में यात्री गुमराह हो गए। वह अपने कोच की तलाश में भटकते नजर आए। हालांकि यात्री सकुशल ट्रेन में सवार हो गए। लोगों ने डिस्प्ले और कोच की गलत स्थिति का वीडियो बनाकर एक दूसरे का शेयर कर दिया। वीडियो की जानकारी मिलने पर रेलवे का स्थानीय खुफिया इकाई अलर्ट हो गई। खुफिया इकाई ने वीडियो को देखा और मौके पर जाकर जानकारी जुटाई। खुफिया इकाई ने इसकी रिपोर्ट तैयार करने के बाद उच्चाधिकारियों को अवगत कराया।
सुरक्षाकर्मियों ने की यात्रियों की मदद
ट्रेन के कोच की स्थिति गलत प्रसारित होने पर आरपीएफ ने यात्रियों की मदद की। यात्रियों को उनके कोच तक समय रहते हुए पहुंचाया। आरपीएफ थाना प्रभारी चेतन प्रकाश ने बताया कि कोच की प्लेटफार्म पर स्थिति गलत होने पर उनकी टीम ने बुजुर्ग और बच्चों को ट्रेन में बैठाने में मदद की। इससे भगदड़ मचने की संभावना रहती है।
जिम्मेदार कौन?
इस गलती के लिए लोको पायलट से लेकर रेलवे के संकेत एवं दूर संचार विभाग को जिम्मेदार बताया जा रहा है। हालांकि गलती किसी की है इसका पता जांच के बाद ही चलेगा। बताया गया कि संकेत एवं दूर संचार विभाग का मुख्य काम ट्रेनों का सुरक्षित और समय पर संचालन सुनिश्चित करना है। इस विभाग की सिग्नलिंग सिस्टम की स्थापना और रखरखाव, ट्रेनें एक-दूसरे से टकराए बिना सुरक्षित रूप से चलवाने, यात्रियों की घोषणा आदि की जिम्मेदारी होती है। विभाग स्टेशनों पर सार्वजनिक पता प्रणाली प्रदान करता है।
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