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    जेल से विजेंद्र को भगाने के प्रयास में सिपाही सचिन था मास्टरमाइंड, साथी राहुल साजिश से बेखबर

    Updated: Sun, 12 Oct 2025 07:38 AM (IST)

    गाजियाबाद पुलिस ने जेल से दो कैदियों को भगाने की कोशिश के आरोप में गिरफ्तार सिपाहियों से पूछताछ की। पूछताछ में पता चला कि सिपाही सचिन मास्टरमाइंड था और उसने मोनाड विवि के मालिक बिजेंद्र हुड्डा को भगाने की साजिश रची थी। सिपाही राहुल को इसकी जानकारी नहीं थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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    सांकेतिक तस्वीर

    जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। डासना जिला कारागार से चार अक्टूबर को हापुड़ के मोनाड विवि के मालिक बिजेंद्र सिंह हुड्डा और निशानेबाज का अपहरण कर लूट करने वाले बदमाश वंश को भगाने का प्रयास करने के आरोपित दोनों सिपाहियों से पुलिस ने शनिवार को पूछताछ की। कविनगर पुलिस को कोर्ट ने दोनों सिपाहियों से पूछताछ करने के लिए एक दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड दी थी। पूछताछ में सामने आया है कि सिपाही सचिन ने पूरी साजिश रची थी।

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    सिपाही राहुल उसके सिर्फ साथ गया था। सचिन ने पूछताछ में बताया कि वह मोनाड विवि के मालिक बिजेंद्र हुड्डा को एसटीएफ की गिरफ्तारी के बाद जेल से पेशी पर लाने ले जाने के दौरान उसका परिचय हुआ था। उसकी मंशा चार अक्टूबर को बिजेंद्र हुड्डा से सिर्फ मिलने की थी, लेकिन पुलिस को पूरे मामले में कोई बड़ी साजिश लग रही है। आगे की जांच उसी दिशा में आगे बढ़ाई जाएगी।

    शनिवार को कविनगर पुलिस ने दोनों आरोपित सिपाही सचिन कुमार और राहुल को पुलिस कस्टडी रिमांड में जेल से लिया। इसके बाद कविनगर थाने में दोनों आरोपितों से पूछताछ की गई। पुलिस ने दोनों आरोपितों से बंदियों को भगाने के प्रयास की साजिश के बारे में पूछा। पूछताछ में सामने आया है कि आरोपित अपनी मर्जी से बिजेंद्र हुड्डा को लेने गए थे। रुपयों का लेनदेन सामने नहीं आया है।

    बीते महीने विजयनगर थानाक्षेत्र में निशानेबाज का अपहरण कर लूट करने के आरोपित जेल में बंद बदमाश वंश का नाम जेलकर्मियों को गुमराह करने के लिए लिया था। पूछताछ में सिपाही सचिन ने अधिकांश सवालों के जवाब मे कुछ नहीं बताया उसने सिर्फ यही कहा कि कोई इस साजिश में शामिल नहीं है। वह सिर्फ बिजेंद्र हुड्डा को ही मिलने के लिए लेने आया था।

    मालूम हो कि दोनों आरोपित सिपाही हापुड़ की मोनाड यूनिवर्सिटी में मार्कशीट और डिग्री के फर्जीवाड़े के आरोप में जेल बंद बिजेंद्र सिंह उर्फ बिजेंद्र सिंह हुड्डा को तलबी आदेश पर लेने आए थे, लेकिन उनके पास आदेश छह बंदियों का था जबकि उन्होंने बिजेंद्र एवं एक अन्य बंदी को ले जाने के लिए कहा, लेकिन जेल प्रशासन ने मना कर दिया। इसके बाद मामले की शिकायत पुलिस अधिकारियों से की गई। चार अक्टूबर को ही आरोपितों के खिलाफ कविनगर थाने में केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया था।



    आरोपित सिपाहियों से पूछताछ की वीडियोग्राफी कराई गई है। सिपाही सचिन बंदी बिजेंद्र हुड्डा को जानता था, लेकिन सिपाही राहुल ने बताया कि वह बिजेंद्र को नहीं जानता। मामले में जांच तेजी से की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद ही पूरी जानकारी मिल पाएगी।


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    सूर्यबली मौर्य, एसीपी कविनगर