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    4 महीने की प्रतीक्षा खत्म... देवउठनी एकादशी पर शादियों की बाढ़, मैरिज होम फुल; जाम में फंसे मेहमान

    Updated: Mon, 03 Nov 2025 07:49 AM (IST)

    देवउठनी एकादशी पर साहिबाबाद में सैकड़ों जोड़े विवाह बंधन में बंधे। मंदिरों और घरों में तुलसी-शालिग्राम का विवाह हुआ, बाजारों में पूजा सामग्री की धूम रही। चातुर्मास के बाद शुभ कार्यों की शुरुआत हुई और ट्रांस हिंडन के मैरिज होम बुक रहे। इंदिरापुरम में तुलसी विवाह का आयोजन किया गया और शिप्रा सनसिटी सोसाइटी में दीप जलाए गए।

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    देवउठनी एकादशी पर साहिबाबाद में सैकड़ों जोड़े विवाह बंधन में बंधे।

    जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। देवउठनी एकादशी पर रविवार को शादियों की शहनाइयां गूंजने लगीं। इस पावन अवसर पर सैकड़ों जोड़े विवाह बंधन में बंधे। सड़कों पर खड़े वाहनों के कारण जाम की स्थिति भी बनी रही। मंदिरों और घरों में पूजा-अर्चना के साथ ही माता तुलसी और शालिग्राम का विवाह भी संपन्न कराया गया। मंदिरों और घरों में लोगों ने भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की।

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    मंदिरों और घरों में "उठो देव..." के जयकारों के साथ देवताओं को ऊपर उठाया गया। शाम को मंदिरों में शंखनाद हुआ। देवउठनी एकादशी पर इंदिरापुरम, वैशाली, कौशांबी, राजेंद्र नगर और लाजपत नगर समेत ट्रांस हिंडन के अधिकांश बाजारों में पूजा सामग्री और सुहाग का सामान खरीदने वालों की भीड़ रही।

    पूजा के लिए गन्ना, बेर, आंवला और गाजर की खूब बिक्री हुई। कौशांबी स्थित श्री प्राचीन सनातन धर्म मंदिर के पुजारी पंडित राजेश प्रसाद पांडे ने बताया कि जून में चातुर्मास शुरू होने पर देवी-देवता शयन में चले जाते हैं। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार, देवी-देवताओं के शयन के बाद विवाह के लिए कोई शुभ मुहूर्त नहीं होता। इसलिए कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवउठनी एकादशी कहते हैं। उन्होंने बताया कि देवउठनी एकादशी के बाद ही लोग विवाह, गृह प्रवेश और अन्य शुभ कार्य करते हैं।

    सभी मैरिज होम और सामुदायिक केंद्रों में शहनाई बजी

    ट्रांस हिंडन के सभी मैरिज होम बुक हो चुके थे। बड़ी संख्या में लोगों ने सोसाइटियों और कॉलोनियों के सामुदायिक केंद्रों में शादियाँ आयोजित कीं। शादियों की संख्या कम होने और पिछले चार महीनों से शुभ कार्यों पर रोक के कारण खाली पड़े हॉल बुक कराने की होड़ मच गई। चूँकि देवउठनी एकादशी सबसे शुभ और मंगलकारी दिन माना जाता है, इसलिए इसके लिए सभी चीजें पहले से बुक थीं। सौर ऊर्जा रोड, लिंक रोड, जीटी रोड और इंदिरापुरम समेत कई इलाकों में शादियों के कारण जाम की स्थिति रही।

    हवन के साथ तुलसी का विवाह

    इंदिरापुरम स्थित एंजेल मर्करी सोसाइटी में तुलसी का विवाह विधि-विधान से संपन्न हुआ। वैदिक मंत्रों के साथ हवन किया गया। इसके साथ ही भगवान शालिग्राम और माता तुलसी का विवाह संपन्न हुआ। मंदिर सेवा समिति ने ढोल-नगाड़ों और वाद्य यंत्रों के साथ भगवान शालिग्राम की शोभायात्रा निकाली। महिलाओं और पुरुषों ने नृत्य किया और शोभायात्रा का आनंद लिया। बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।

    सोसाइटी में 365 दीप जलाए गए

    देवउठनी एकादशी पर शिप्रा सनसिटी सोसाइटी में प्रभातफेरी निकाली गई। इसमें बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया। शोभायात्रा अशोक पार्क से शुरू हुई। सभी ने मिलकर 365 दीप जलाए। इस शोभायात्रा के दौरान सभी ने भगवान विष्णु और माता तुलसी की पूजा की।