गाजियाबाद के रोटरी क्लब में वरिष्ठ नागरिकों को मिली डिजिटल सेफ्टी की ट्रेनिंग, विश्वास न्यूज और गूगल की संयुक्त पहल
गाजियाबाद में विश्वास न्यूज और गूगल ने मिलकर रोटरी क्लब में वरिष्ठ नागरिकों के लिए डिजिटल सुरक्षा ट्रेनिंग का आयोजन किया। इस ट्रेनिंग का उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों को ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाना और उन्हें डिजिटल रूप से सशक्त बनाना है, ताकि वे सुरक्षित रूप से इंटरनेट का उपयोग कर सकें।

विश्वास न्यूज के एसोसिएट एडिटर आशीष महर्षि
डिजिटल डेस्क, नोएडा। गाजियाबाद के नेहरू नगर स्थित रोटरी क्लब में जागरण न्यू मीडिया और विश्वास न्यूज के सहयोग से गूगल के प्रतिष्ठित 'डिजीकवच' पहल के अंतर्गत "वरिष्ठ नागरिकों की डिजिटल सुरक्षा : सच के साथी" वर्कशॉप का आयोजन किया गया । इसका उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों को ऑनलाइन धोखाधड़ी और स्कैम्स से सुरक्षित रखते हुए उन्हें बचाव के तरीकों के बारे में जागरूक करना था।
कार्यक्रम में विश्वास न्यूज के प्रशिक्षकों ने बताया कि अपराधी और ऑनलाइन स्कैमर्स वरिष्ठ नागरिकों को अधिक निशाना बनाते हैं और इस तरह के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इस कार्यक्रम में शामिल लोगों को ऑनलाइन स्कैम्स और फ्रॉड के विभिन्न तरीकों के बारे में जानकारी देते हुए उससे बचाव के उपायों के बारे में जागरूक किया गया। अक्सर त्योहारों के समय साइबर अपराधी लुभावने संदेशों के साथ फिशिंग लिंक्स भेजते हैं। इससे बचने का सबसे सुरक्षित तरीका है कि ऐसे किसी भी लिंक्स पर क्लिक नहीं करना चाहिए।
कार्यक्रम में लोगों को गूगल पासवर्ड मैनेजर का महत्व बताते हुए उसके इस्तेमाल से मजबूत पासवर्ड बनाने का तरीका बताया गया। गूगल पासकी पासवर्ड का आसान और सुरक्षित ऑप्शन है। इसकी मदद से लॉग-इन करने के लिए फिंगरप्रिंट, फेस स्कैन या स्क्रीन लॉक की जरूरत होती है और इस तरह से आप अपने ऑनलाइन अकाउंट को सुरक्षित कर सकते हैं।
विश्वास न्यूज के एसोसिएट एडिटर आशीष महर्षि और डिप्टी एडिटर देविका मेहता ने प्रतिभागियों को तेजी से बढ़ते साइबर क्राइम और फ्रॉड के बारे में बताते हुए गूगल के 'डिजीकवच' कार्यक्रम की जानकारी और उसके उद्देश्यों के बारे में विस्तार से बताया।
जागरण न्यू मीडिया की फैक्ट चेक विंग विश्वास न्यूज के एसोसिएट एडिटर आशीष महर्षि ने लोगों को डिजिटल सुरक्षा के टिप्स देते हुए उन्हें ऑनलाइन सेफ रहने के तरीकों के बारे में विस्तार से बताया। विश्वास न्यूज की डिप्टी एडिटर देविका मेहता ने एआई की मदद से होने वाली ऑनलाइन धोखाधड़ी के बारे में लोगों को बताया। उन्होंने कहा कि आजकल सेलिब्रेटीज के कई वीडियो वायरल होते हैं, जिनमें उन्हें लोगों को इन्वेस्टमेंट करने के लिए कहते हुए देखा जाता है। ये सब साइबर अपराधियों का तरीका होता है, जो एआई जेनरेटेड डीपफेक वीडियो के जरिए लोगों को फंसाने की कोशिश करते हैं।
आयोजन में शामिल लोगों ने आगे आकर अपने साथ हुए साइबर क्राइम के कड़वे अनुभवों को साझा किया। कार्यक्रम में गाजियाबाद की वरिष्ठ नागरिक सेवा समिति के अध्यक्ष आरके गुप्ता समेत कई सदस्य मौजूद रहे। गुप्ता ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि वरिष्ठ नागरिकों के लिए इस तरह का प्रशिक्षण बहुत जरूरी है। ताकि साइबर फ्रॉड से खुद को बचा सकें।
कार्यक्रम के बारे में
'वरिष्ठ नागरिकों की डिजिटल सुरक्षा: सच के साथी' अभियान के तहत जागरण डिजिटल और विश्वास न्यूज की टीमें देशभर में सेमिनार और वेबिनार के माध्यम से ट्रेनिंग दे रही हैं। इसके तहत देश के 20 राज्यों के 30 शहरों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, महाराष्ट्र, झारखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, पंजाब, उत्तराखंड जैसे 20 राज्यों में इस तरह का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इसमें लोगों को ऑनलाइन स्कैम को पहचानने और बचने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। गूगल का ‘डिजीकवच’ अभियान भारत में ऑनलाइन धोखाधड़ी के खिलाफ लोगों में जागरूकता बढ़ा रहा है। इस अभियान का लक्ष्य लोगों को फ्रॉड और स्कैम के प्रति जागरूक करना है।
कार्यक्रम के बारे में अधिक जानकारी के लिए विजिट करें:
https://www.jagran.com/digikavach
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