DM के आदेश को किया नजरअंदाज, 7 दिन बाद भी अस्पताल की इमरजेंसी से नहीं हटे खराब उपकरण
गाजियाबाद के संयुक्त अस्पताल में डीएम के आदेश के बावजूद खराब एक्स-रे मशीन नहीं हटाई गई है। सीएमएस का कहना है कि कबाड़ गोदाम बनने पर इसे हटाया जाएगा। प्रदूषण के कारण सांस के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। अस्पतालों में बुखार, निमोनिया और आंखों में जलन के मरीज भी आ रहे हैं। रोटरी क्लब ने टीबी रोगियों को पुष्टाहार पोटली बांटी है।
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जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। गाजियाबाद में डीएम रविन्द्र कुमार मादड़ ने 31 अक्टूबर को संजयनगर स्थित जिला संयुक्त अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण किया था।
इस दौरान इमरजेंसी में प्रवेश करते ही उन्होंने खराब पड़ी एक्स-रे मशीन देखकर सीएमएस के प्रति नाराजगी व्यक्त की और निर्देश दिये कि इसे तुरंत हटाया जाये। साथ ही नई डिजिटल एक्स-रे मशीन को चालू कराने के भी निर्देश दिये थे लेकिन डीएम के आदेश के सात दिन बाद भी इमरजेंसी में खराब हो चली पुरानी एक्स-रे मशीन के साथ अन्य खराब उपकरण वहीं पड़े हैं।
उधर, सीएमएस डा. संजय गुप्ता का कहना है कि कबाड़ को एक जगह रखने के लिए कबाड़ गोदाम बनाया जा रहा है। अगले तीन दिन में इसे हटा दिया जायेगा। उनका दावा है कि बिजली का कनेक्शन होने के बाद ट्रामा सेंटर में लगाई गई नई डिजिटल एक्स-रे मशीन को चालू करा दिया जाएगा।
सांस के रोगी अधिक पहुंचे
बृहस्पतिवार को सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों की ओपीडी से लेकर इमरजेंसी तक में वायु प्रदूषण बढ़ने से सांस के अधिक मरीज पहुंचे। 189 मरीजों की जांच के बाद 126 का चेस्ट एक्स-रे कराया गया। निमोनिया, आंखों में जलन के साथ खांसी-जुकाम के मरीज भी खूब पहुंच रहे हैं। ओपीडी में 71 बच्चों समेत बुखार के 372 मरीज पहुंचे।
जिला एमएमजी अस्पताल, संजयनगर स्थित संयुक्त अस्पताल और डूंडाहेड़ा अस्पताल की ओपीडी में कुल 3,824 मरीज पहुंचे। इनमें 1,875 महिला, 1,294 पुरूष और 524 बीमार बच्चे शामिल रहे। डा. संतराम वर्मा ने बताया कि सांस के मरीज बढ़ने से भर्ती मरीजों की संख्या बढ़ गई है।
पल्मोनालाजिस्ट डा. आशीष अग्रवाल की सलाह है कि गरम पानी से सुबह-शाम गरारे करने के साथ भाप लेना जरूरी है। ठंड़े पेय पदार्थ से बचें। गरम पानी के साथ चाय-काफी और सूप पी सकते हैं। मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकलें। सुबह-शाम टहलना बंद कर दें। योग भी घर में ही करें।
46 बच्चों समेत 302 ने लगवाई एंटी रेबीज वैक्सीन
सरकारी अस्पतालों में बृहस्पतिवार को कुत्ते,बिल्ली और बंदरों के काटने पर कुल 302 लोग एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने पहुंचे। रिपोर्ट के अनुसार पहली डोज लगवाने वाले 46 बच्चों समेत 125 लोग शामिल रहे। जिला एमएमजी अस्पताल में 176 में से 31 बच्चों समेत 99 लोगों ने पहली डोज लगवाई। संयुक्त अस्पताल में 126 में से 15 बच्चों समेत 26 लोगों को पहली डोज लगाई गई। दोनों अस्पतालों में 29 बुजुर्गों ने भी कुत्ते के काटने पर एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाई। एंटी रेबीज सीरम खत्म होने से गंभीर मरीजों को परेशानी हो रही है।
टीबी रोगियों को पोटली बांटी
रोटरी क्लब और रेडक्रास सोसायटी की ओर से बृहस्पतिवार को संयुक्त जिला अस्पताल में टीबी के मरीजों को पुष्टाहार पोटली वितरित की गई। कार्यक्रम में 50 से अधिक टीबी मरीजों को पोटली दी गई। इसमें राजमा, चना, गुड, सोयाबीन और चिलवे शामिल रहे। इसका उद्देश्य टीबी मरीजों को पोषण के माध्यम से तेजी से स्वस्थ होने में मदद करना है। इस दौरान सीएमएस संजय कुमार गुप्ता,डा. योगेंद्र, संजय यादव,सपना तायल, कुसम तायल और स्वाती जैन मौजूद रहीं।

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