Ghaziabad News:कागजों में सिमटा सीएम योगी का आदेश, 24 घंटे बिजली आपूर्ति करने में फेल अधिकारी
गाजियाबाद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का 24 घंटे बिजली आपूर्ति का आदेश फाइलों में ही रह गया। अधिकारी आदेश का पालन कराने में विफल रहे हैं, जिससे नागरिकों को परेशानी हो रही है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि अधिकारियों की लापरवाही के कारण बिजली आपूर्ति व्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा है। सीएम योगी के निर्देशों का उल्लंघन हो रहा है।
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त्योहार के चलते मुख्यमंत्री ने निर्बाध विद्युत आपूर्ति का आदेश दिया था, लेकिन यह विफल रहा।
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आदेश भी अधिकारियों के लिए कोई मायने नहीं रखता। त्योहार के चलते मुख्यमंत्री ने निर्बाध विद्युत आपूर्ति का आदेश दिया था, जो केवल कागजों में ही सिमट कर रह गया है। वह गांव से शहर तक विद्युत आपूर्ति कराने में फेल हो गए। लोगों को सामान्य दिनों की तरह ही चार से पांच घंटे की कटौती से जूझना पड़ा।
मुख्यमंत्री योगी ने उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन को पूरे प्रदेश में 18 से 23 अक्टूबर तक 24 घंटे विद्युत आपूर्ति करने का आदेश जारी किया था। सभी जिलों के मुख्य अभियंताओं को जारी किया गया। गाजियाबाद के तीनों जोन के मुख्य अभियंताओं को भी यह आदेश प्राप्त हुआ, लेकिन लचर विद्युत व्यवस्था के कारण अधिकारी निर्बाध आपूर्ति नहीं कर पाए। ट्रांस हिंडन के इंदिरापुरम, वैशाली, कौशांबी, साहिबाबाद, लाजपत नगर, राजेंद्र नगर, कनावनी, शालीमार गार्डन समेत ज्यादातर इलाकों में बिजली कटौती हुई। कहीं तीन घंटे तो कहीं पांच घंटे बिजली कटौती झेलनी पड़ी।
राजेंद्र नगर के संजय कुमार ने बताया कि सुबह से ही बार-बार बिजली कटौती हो रही है। अभी तक करीब चार घंटे की कटौती हो चुकी है। शिकायत करने के बाद भी बिजली का आना-जाना लगा रहा। इंदिरापुरम नीति खंड-तीन के महिपाल सिंह ने बताया कि वैसे तो मुख्यमंत्री ने निर्बाध आपूर्ति कराने के आदेश दिए हैं। अधिकारी आदेश का पालन कराने में पूरी तरह फेल हैं। निगम का इंफ्रास्ट्रक्चर बहुत कमजोर है। करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी बिजली की खपत के हिसाब से इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है।
निर्धारित रोस्टर के अनुसार भी नहीं कर पाए आपूर्ति
शहर में विद्युत आपूर्ति के लिए 24 घंटे का रोस्टर निर्धारित किया गया है। यानी बिन ट्रिपिंग की आपूर्ति होनी चाहिए। निगम के अधिकारी शहर में भी निर्धारित रोस्टर के अनुसार आपूर्ति नहीं करा पा रहे हैं। गांव व देहात में निर्बाध आपूर्ति करना तो दूर की बात है। जब भी बिजली कटौती होती है निगम के अधिकारी फाल्ट या अन्य कोई भी तकनीकी समस्या बना देते हैं।
रात में बिजली कटने पर नहीं हो रही सुनवाई
विद्युत निगम के अधिकारियों का कहना है कि फाल्ट ठीक करने के लिए सभी क्षेत्रों में विशेष टीम बनाई गई हैं। जो शिकायत मिलते ही फाल्ट ठीक करने पहुंचेंगे, लेकिन रात में बिजली कटौती होने पर कर्मी नहीं पहुंच रहे हैं। वसुंधरा सेक्टर-तीन के अमित ने बताया कि देर रात करीब तीन बजे बिजली कट गई थी। इसकी शिकायत हेल्पलाइन नंबर पर की, लेकिन कोई कर्मी फाल्ट ठीक करने नहीं पहुंचा। सुबह सात बजे आपूर्ति सामान्य हुई।
मुख्यमंत्री के आदेश के अनुसार ही आपूर्ति की जा रही है। फाल्ट के कारण कुछ इलाकों में आपूर्ति की शिकायत मिली थी। विद्युतकर्मी को मौके पर भेजकर फाल्ट ठीक कराया गया है। - दीपक अग्रवाल, मुख्य अभियंता विद्युत निगम जोन-तीन
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