दोस्ती, शराब और कत्ल... पांच दिन में दो हत्या करने वाला हरीश त्यागी बन गया था साइलेंट किलर
गाजियाबाद के मुरादनगर में हरीश त्यागी नामक एक व्यक्ति ने पांच दिनों में दो हत्याएं कीं। उसने पहले पीड़ितों से दोस्ती की, फिर उन्हें नशीली दवा मिलाकर शराब पिलाई और बाद में उनके सिर पर पत्थर या ईंट से वार कर उनकी हत्या कर दी। पुलिस मुठभेड़ में हरीश घायल हो गया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। हरीश के साथी संदीप को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

हरीश त्यागी पुलिस से हुई मुठभेड़ में शनिवार रात पैर में गोली लगने से घायल हो गया।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। मुरादनगर में पांच दिन में दो हत्या करने वाला हरीश त्यागी पुलिस से हुई मुठभेड़ में शनिवार रात पैर में गोली लगने से घायल हो गया। उसका एक साथी संदीप को पुलिस ने बाद में गिरफ्तार कर लिया। पांच दिन में हरीश ने दो लोगों की जान ले ली और दोनों हत्याओं में उसका तरीका हूबहू एक जैसा था।
पहले दोस्ती, फिर शराब, नशीली दवा और आखिर में सिर पर पत्थर या ईंट से वार। पुलिस की जांच में सामने आया है कि हरीश ने इन हत्याओं को पूरी योजना बनाकर अंजाम दिया है। इसलिए उसके व्यवहार को पुलिस साइलेंट किलर पैटर्न की तरह देख रही है।
पहली हत्या- काम न मिलने की जलन में अनिल की जान ले ली
घटना 27 अक्टूबर की है। कामगार हरीश और अनिल दोनों काम की तलाश में एक जगह खड़े थे। काम देने वाला व्यक्ति अनिल को अपने साथ ले गया, जबकि हरीश को काम नहीं मिला। यह मामूली सी बात हरीश के भीतर बदले की आग बनकर जम गई। कुछ दिन बाद 27 अक्टूबर की रात हरीश ने अपने साथी संदीप के साथ अनिल को शराब में नशीली गोली मिलाकर गंगनहर किनारे जंगल में ले गया। अनिल के बेहोश होते ही हरीश ने भारी पत्थर उठाकर उसके सिर पर दे मारा। अनिल की मौके पर ही मौत हो गई।
दूसरी हत्या- चाय की दुकान पर दोस्ती, रात में सिर कुचलकर मौत
31 अक्टूबर को हरीश की मुलाकात ट्रक हेल्पर मुकेश से चाय की दुकान पर हुई। हरीश ने सोचा कि लंबी रूट के ट्रक कर्मचारी कुछ रुपये लेकर चलते हैं। लालच में हरीश ने मुकेश को शराब में नींद की दवा मिलाकर पिला दिया। मुकेश ट्रक में ही बेहोश होकर लेट गया। हरीश ने उसकी तलाशी ली लेकिन कुछ नहीं मिला। इस पर वह गुस्से में आ गया और ट्रक में पड़ी ईंट से बेसुध पड़े मुकेश के सिर और चेहरे पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। मुकेश की वहीं मौत हो गई।
मुठभेड़ में दबोचा गया हरीश
शनिवार रात मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने गंगनहर पटरी के पास घेराबंदी की। हरीश ने बचने के लिए पुलिस टीम पर फायर किया, जवाबी फायरिंग में पुलिस की गोली हरीश के पैर में लगी और उसे पकड़ लिया गया। कांबिंग में उसका साथी संदीप भी पकड़ा गया, जिससे अवैध हथियार और चाकू बरामद हुए। हरीश के खिलाफ कुल सात आपराधिक मुकदमे पहले से दर्ज हैं, जिनमें हत्या, एनडीपीएस और अवैध हथियार जैसे मामले हें। संदीप के खिलाफ भी हत्या और मुठभेड़ के मुकदमे दर्ज हैं।
हरीश त्यागी ने मामूली बात पर दोनों हत्याएं की हैं। ट्रक क्लीनर का कत्ल रुपयों के लिए उसी दिन किया जिस दिन दोस्ती हुई थी। हरीश का साथी संदीप एक हत्या में शामिल रहा है। - सुरेंद्रनाथ तिवारी, डीसीपी देहात

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