' ऊंची आवाज में बात नहीं की, मेरा गला खराब है...', महिला आयोग की सदस्य की फटकार पर हड़बड़ाए लोनी इंस्पेक्टर
गाजियाबाद में राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉ. हिमानी अग्रवाल ने जनसुनवाई की, जहां एक महिला ने अपनी 15 वर्षीय गर्भवती बेटी की हत्या की शिकायत की। महिला ने आरोप लगाया कि पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। डॉ. अग्रवाल ने तुरंत इंस्पेक्टर को फोन किया और फटकार लगाई। उन्होंने महिला को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया और अन्य मामलों में भी निर्देश दिए।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। मैम, मेरी बेटी की उम्र 15 साल थी, वह गर्भवती थी। उसकी हत्या कर दी गई। इस मामले में जब इंसाफ की मांग की तो पुलिस ने सुनवाई नहीं की। अब आप ही मेरी आखिरी उम्मीद हैं, इसलिए अपनी फरियाद लेकर आपके पास आई हूं।
यह बातें लोनी बार्डर थानाक्षेत्र में रहने वाली एक महिला ने पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में बृहस्पतिवार को जब राज्य महिला आयोग की सदस्य डाॅ. हिमानी अग्रवाल के सामने जनसुनवाई के दौरान रोते हुए कही तो उनकी आंखें भी भर आईं। उन्होंने कार्रवाई के लिए तुरंत लोनी बार्डर के इंस्पेक्टर को फोन लगवा दिया।
आदेश दिया कि तत्काल कार्रवाई न की गई तो सीधे लखनऊ से इस मामले में एक्शन करवाएंगी। इस बीच इंस्पेक्टर ने फोन पर ऊंची आवाज में बात की तो राज्य महिला आयोग की सदस्य ने फोन पर ही उनको फटकार लगाते हुए कहा कि ऊंची आवाज में बात करने की जरूरत नहीं है। इसके बाद इंस्पेक्टर ने जब माहौल बिगड़ता देखा तो कहा कि ऊंची आवाज में बात नहीं की, मेरा गला खराब है।
शिकायतकर्ता महिला ने बताया कि उसकी 15 वर्षीय बेटी से एक युवक ने डरा धमकाकर शारीरिक संबंध बनाए। जब वह गर्भवती हो गई तो गर्भपात कराने के लिए दबाव बनाया। डाॅक्टर ने गर्भपात करने से मना कर दिया, इस वजह से वह गर्भपात नहीं करा सकी। ऐसे में आरोपी ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर पीड़िता की हत्या कर दी, बाद में उसे आत्महत्या का रूप दे दिया।
बेटी की हत्या के बाद इस मामले में इंसाफ के लिए मां ने कई बार थाने के चक्कर काटे। उच्चाधिकारियों से शिकायत की तो उन्होंने रिपोर्ट दर्ज करवा दी लेकिन आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है। इस मामले में राज्य महिला आयोग की सदस्य ने महिला को आश्वासन दिया है कि उनको न्याय दिलाएंगी।
पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में जनसुनवाई के दौरान हिंसा पीड़ित 24 महिलाओं ने अपनी फरियाद राज्य महिला आयोग की सदस्य के सामने रखी, इनमें ज्यादातर मामले पति - पत्नी के बीच विवाद के रहे। इन मामलों में महिला थाना पुलिस को काउंसलिंग कर दंपती के बीच समझौते कराने के निर्देश दिए हैं।
जनसुनवाई के बाद उन्होंने सिहानी गेट थाने में मिशन शक्ति केंद्र के महिला हेल्प डेस्क और जिला कारागार में महिला सेल का निरीक्षण किया। दोनों जगह व्यवस्थाएं दुरुस्त मिलीं।
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