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    गाजियाबाद से सटे इस गांव के लोग खुद को थाने में बंद करने को क्यों हुए मजबूर, ये है वजह

    By Vikas VermaEdited By: Anup Tiwari
    Updated: Thu, 06 Nov 2025 08:43 PM (IST)

    मोदीनगर में एक लापता महिला की तलाश में पुलिस की विफलता के बाद ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने मोदीनगर थाने में छह घंटे तक धरना दिया और हवालात में खुद को बंद कर लिया। पुलिस ने मामले की जांच का आश्वासन दिया है और महिला की तलाश जारी है।

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    गुस्साए परिजनों ने थाने में किया प्रदर्शन। जागरण

    जागरण संवाददाता, मोदीनगर। सीकरी खुर्द गांव से लापता महिला का सातवें दिन भी सुराग नहीं लगने से गुस्सा स्वजन व ग्रामीणों ने बृहस्पतिवार को मोदीनगर थाने पर जोरदार हंगामा किया। बड़ी संख्या में ग्रामीण थाने पहुंचे और दरी बिछाकर छह घंटे तक धरना दिया।

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    गुस्साए ग्रामीणों ने खुद को थाने के हवालात में भी बंद कर लिया। मोदीनगर पुलिस मुर्दाबाद की जमकर नारेबाजी की गई। ग्रामीणों ने पुलिस को खरी-खोटी सुनाई। पुलिस ने किसी तरह उन्हें समझाया। जल्द बरामदगी का आश्वासन मिलने पर शाम छह बजे ग्रामीणों ने धरना स्थगित किया।

    सीकरी खुर्द गांव से 30 अक्टूबर की शाम को महिला संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई। स्वजन ने आसपास में पता किया लेकिन सुराग नहीं लगा। परेशान आकर वे थाने पहुंचे और पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर महिला की तलाश शुरू की। तीन दिन पहले महिला के कपड़े व मोबाइल मोदीपोन रोड पर मिले। ऐसे में स्वजन को महिला के साथ अनहोनी का खतरा सता रहा है।

    गुस्साए ग्रामीणों ने दिया धरना

    स्वजन ने रविवार को मोदीनगर थाने में प्रदर्शन किया था। उस समय पुलिस ने दो दिन में महिला को सकुशल बरामद करने का आश्वासन दिया था। लेकिन अब तक महिला का सुराग नहीं मिला। गुस्साए स्वजन व बड़ी संख्या में ग्रामीण दोपहर करीब 12 बजे मोदीनगर थाने पर पहुंचे और धरना शुरू कर दिया।

    बड़ी संख्या में महिलाएं भी धरने में शामिल रही। दोपहर में थाने में ही भट्टी लगाकर चाय भी बनाई। चार बजे तक भी कोई पुलिस अधिकारी ग्रामीणों के बीच नहीं पहुंचा तो ग्रामीणों का गुस्सा बढ़ गया। उन्होंने अनिश्चितकालीन धरने का ऐलान कर दिया।

    गांव से और लोग थाने पर बुला लिए गए। मामला गर्माता देख कुछ ही देर में एसीपी मोदीनगर थाने पहुंचे। आरोप है कि एसीपी के साथ ग्रामीणों की कहासुनी हो गई। जिससे गुस्सा बड़ी संख्या में ग्रामीण थाने की हवालात के अंदर चले गए और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया।किसी तरह पुलिस ने उन्हें समझाकर बाहर निकाला। इस दौरान पुलिस व ग्रामीणों के बीच जमकर नोकझोंक हुई।

    सास ने कोतवाल को सुनाई खरी-खोटी

    ग्रामीणों का कहना है कि जब पुलिस को पता चला कि बड़ी संख्या में ग्रामीण थाने आ रहे हैं तो मोदीनगर कोतवाल टीम के साथ महिला के पति के घर चले गए। उससे पहले ग्रामीण और सास थाने के लिए निकल चुके थे। आरोप है कि गांव में जाकर पुलिस ने महिला के पति को कार्रवाई की धमकी दी। कहा यदि थाने पर हंगामा किया तो सभी पर मुकदमा दर्ज कर दिया जाएगा।

    ऐसे में जब थाने में धरने पर कोतवाल पहुंचे तो सास का गुस्सा फूट गया। उन्होंने कोतवाल से कहा कि हिम्मत है तो हम सभी पर कार्रवाई करके दिखाओ। महिला को खोजने के बजाय उल्टा हमें ही धमकाया जा रहा है। हमने कोई लूट या डकैती नहीं की है। मेरे बेटे को अकेले में धमकी दी थी, अब देकर दिखाओ। किसी तरह ग्रामीणों ने सास को शांत किया।

    महिला की तलाश में पुलिस टीम जुटी है। पुलिस के हाथ कुछ जरूरी साक्ष्य लगे हैं, जिनपर पुलिस काम कर रही है। जल्द महिला की सकुशल बरामदगी होगी।