Ghaziabad: दिवाली पर चमका बाजार, ग्राहकों की उमड़ी भीड़; जमकर हुई इलेक्ट्रिक उत्पादों की खरीदारी
दिवाली पर गाजियाबाद के बाजारों में शनिवार को खूब रौनक रही। लोग अपनी जरूरत के सामानों की खरीदारी के लिए जमकर जुटे। हर दुकानों में खूभ भीड़ देखी गई। इलेक्ट्रिक सामान के अलावा घूमने वाली दीया थाली कलश और हैंगिंग गणेश-लक्ष्मी की खूब बिक्री हुई। अलग- अलग रंग वाली स्ट्रिप और एलईडी लाइटों की भी अच्छी बिक्री हो रही है।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। एक समय बाजार में चीन का दबदबा था, लेकिन अब मेड इन इंडिया उत्पादों से दीवाली से इलेक्ट्रिक बाजार जगमग है। बाजार में सेंसर वाले इलेक्ट्रिक उत्पादों के अलावा फैंसी आइटम छाए हुए हैं। घूमने वाले मोर और रोशनी करने वाले फैंसी उत्पाद की जबरदस्त बिक्री है। घूमने वाली दीया थाली, कलश और हैंगिंग गणेश-लक्ष्मी बाजार में हैं। अलग- अलग रंग वाली स्ट्रिप और एलईडी लाइटों की अच्छी बिक्री हो रही है।
शहर के चौपला बाजार, डासना गेट, नवयुग मार्केट, दिल्ली गेट, घंटाघर, राजनगर सेक्टर 10, संजय नगर सेक्टर 23, कविनगर, पटेल नगर, विजय नगर बाजार में झालर और इको फ्रेंडली इलेक्ट्रिक पटाखों से बाजार में चमक देखते ही बन रही है।
बढ़ते प्रदूषण की वजह से पटाखा इलेक्ट्रिक पटाखे व्यापारियों के मुताबिक इस बार मुंबई, सूरत, दिल्ली में बने उत्पाद ही बाजार में हैं। बाजार में परंपरागत झालरों के अलावा फैंसी आइटमों की मांग ज्यादा है। पिछली बार सेंसर लगे दीये बाजार में लाए गए थे। दीये में पानी डालने पर जलने लगते थे। अब इस बार अलग-अलग लाइटों में दीये हैं।
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मेड इन इंडिया उत्पादों की धूम
मेड इन इंडिया उत्पाद ही बाजार में हैं। चीन के बने उत्पादों का बाजार में पुराना स्टॉक नहीं है। सेंसर वाले उत्पादों के अलावा फैंसी उत्पादों की अच्छी मांग है। नए-नए उत्पाद बाजार में आए हैं। इस बार कारोबार अच्छा रहा है। पिछले साल की तुलना में भाव कुछ अधिक हैं, लेकिन बिक्री पर कोई असर नहीं पड़ा है।
कुछ प्रमुख इलेक्ट्रिक उत्पादों के दाम
बाजार में एक पीस दीया 35 रुपये का बिक रहा है। फैंसी उत्पादों की कीमत 500 से 750 रुपये प्रति पीस है, जो गत वर्ष के मुकाबले 50 से 100 रुपये बढ़ गई है। मल्टी कलर क्रिस्टल बॉल झालर, मल्टी कलर यूएसबी वॉटरप्रूफ, ब्रास मेटल और मल्टी कलर ग्लास बल्ब झालर की कीमत 220 से 450 रुपये तक है।
मिट्टी से बनी लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां भी खूब बिकी
दिवाली पर पूजा के लिए लक्ष्मी-गणेश की मिट्टी से बनी हुई मूर्तियों की जमकर खरीदारी हुई। अग्रसेन बाजार में दुकानों पर और शहर के अलग-अलग स्थानों पर लोगों ने ठेले और पटरियों पर भी मूर्तियों को सजाकर रखा। घंटाघर मार्केट में सड़क किनारे दीये बेचने वाले सुरेंद्र बताते हैं कि वह काफी समय से त्योहारी सीजन पर यहां दीये, मटके और मूर्तियां बेचते हैं।
उन्होंने कहा कि ग्राहकों के लिए सुंदर दीये, मटके, लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां, फैंसी दीये, करवे आदि का सामान बेचकर परिवार का पालन-पोषण कर रहे हैं। बाजार में चीन से दीये, मूर्ति और पूजा सामग्री तक आना शुरू हुई तो उनका धंधा चौपट हो गया था। अब मिट्टी के दीये व अन्य सामान स्थानीय स्तर पर तैयार कर रहे हैं। दीये और दूसरा सामान सहारनपुर, दिल्ली, कोलकाता, गुजरात आदि जगहों पर तैयार होकर आ रहा है। इस बार खूब बिक्री हो रही है।
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