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    गाजियाबाद में मुनाफे का झांसा देकर दो लोगों से ठगे 28.65 लाख रुपये, आप न करें ऐसी गलती

    गाजियाबाद में साइबर ठगों ने दो लोगों को शेयर बाजार में निवेश के नाम पर 28.65 लाख रुपये का चूना लगाया। पीड़ितों को भारी मुनाफे का लालच दिया गया। एक मामले में सुरेंद्र बाबू को 21.65 लाख रुपये की ठगी हुई जबकि दूसरे मामले में सचिन कुमार को 7.03 लाख रुपये का नुकसान हुआ। पुलिस ने मामले दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

    By vinit Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Mon, 04 Aug 2025 08:55 AM (IST)
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    साइबर ठगों ने निवेश के नाम पर दो लोगों चूना लगाया। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। साइबर अपराधियों ने दो लोगों से शेयर बाजार में निवेश के नाम पर 28.65 लाख रुपये ठग लिए। दोनों मामलों में साइबर ठगों ने युवकों को शेयर बाजार में निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने का झांसा दिया था। साइबर क्राइम थाने में दोनों मामलों में केस दर्ज किया गया है।

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    सिद्धार्थ विहार के सुरेंद्र बाबू ने शिकायत देकर बताया कि 18 जून को उन्हें ‘712 दलाल स्ट्रीट गुरुकुल’ नामक वाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया। ग्रुप पर शेयर ट्रेडिंग से जुड़ी जानकारी डाली जाती थी। 17 जुलाई को उनके पास योगेश नामक व्यक्ति ने वाट्सएप पर मैसेज किया। उन्हें शेयर ट्रेडिंग में मुनाफा कमाने का झांसा देकर ट्रेडिंग शुरू कराई।

    अनजान नंबर से आया 50 गुना मुनाफा कमाने का मैसेज...

    उन्होंने 21 जुलाई से 24 जुलाई के बीच आरोपितों द्वारा बताए गए बैंक खातो में 21.65 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। पीड़ित ने जब अकाउंट से रुपये निकालने चाहे तो उनसे टैक्स के रूप में अतिरिक्त धनराशि मांगी गई। वहीं, दूसरी घटना में इंदिरापुरम के वैभव खंड निवासी सचिन कुमार ने शिकायत देकर बताया कि उनके पास एक अनजान नंबर से शेयर मार्केट में निवेश कर 50 गुना मुनाफा कमाने का मैसेज आया।

    इससे वह प्रलोभित हो गए और साइबर ठगों द्वारा बताए गए बैंक खाते में 7.03 लाख रुपये जमा कर दिए। जब उनको जमा की गई रकम में से एक भी रुपया वापस नहीं मिला तो उन्होंने ठगों से संपर्क किया, लेकिन उन्होंने पहले अतिरिक्त धनराशि जमा करने को कहा।

    तब पीड़ित की समझ में आया कि उनके साथ साइबर ठगी हुई है। एडीसीपी क्राइम पीयूष कुमार सिंह ने बताया कि दोनों पीड़ित की शिकायत पर केस दर्ज कर जांच कराई जा रही है। जिन खातों में धनराशि ट्रांसफर हुई है उनकी जानकारी बैंकों से मांगी गई है।

    "साइबर ठगों से सावधानी ही बचाव का रास्ता"

    साइबर ठगी से बचाव के लिए जागरूकता सबसे जरूरी है। एसीपी कोतवाली रितेश त्रिपाठी ने रविवार को सिद्धार्थ विहार में हुए साइबर जागरूकता कार्यक्रम में लोगों को साइबर अपराध से बचाव के बारे में बताया। सिद्धार्थ विहार स्थित गंगा-यमुना हिंडन सोसायटी में एसीपी कोतवाली रितेश त्रिपाठी ने कहा कि साइबर ठग नए तरीके अपना रहे हैं।

    कभी वह पुलिस अधिकारी बताकर लोगों को डराकर धन ऐठ रहे हैं, तो कभी मोटे मुनाफे का लालच दे रहे हैं। ऐसे में अजात नंबर से कॉल आते ही सावधान हो जाएं। उसकी सत्यता की जांच करें। जरूरी समझें तो स्थानीय पुलिस से संपर्क कर मदद लें। सावधानी से ही बचाव हो सकता है। यदि किसी के साथ कोई घटना होती है तो 1930 पर फोन कर सूचित करें और अपनी शिकायत दर्ज कराएं।