Ghaziabad Crime: आरोपी ने 8 लाख में बेची लोन वाली कार, खुलासा होने पर दंग रह गए अफसर
गाजियाबाद के राहुल मोहन ने सुमित शर्मा पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। सुमित ने राहुल को अपनी सास की कार बताकर आठ लाख रुपये में बेची लेकिन बाद में पता चला कि कार पर बैंक लोन बकाया है। राहुल का कहना है कि सुमित न तो पैसे लौटा रहा है और न ही कार वापस दे रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद (गाजियाबाद)। गाजियाबाद जनपद में इंदिरापुरम शक्तिखंड-4 निवासी राहुल मोहन ने अपने परिचित पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है।
उनका आरोप है कि सुमित शर्मा नाम के युवक अपनी सास की कार बताकर उनसे आठ लाख में कार का सौदा किया। रकम देने के बाद पता चला कि कार पर बैंक का लोन है। आरोपित अब न रकम लौटा रहा है और न ही कार दे रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
दर्ज मुकदमे में राहुल मोहन ने बताया है कि मार्च 2022 में सुमित उनके पास आया और बोला कि उनकी सास 3 से 4 महीने कार को बेच रही हैं। उसने छह लाख रुपये मौके पर बाकी दो लाख कार नाम कराने के दौरान दे देना। एक दिन बाद उन्होंने कार के छह लाख रुपये सुमित को दे दिए और कार ले ली। 15 जून 2023 तक कार उनके पास रही।
इस दौरान कई बार उन्होंने सुमित को कार नाम कराने और बाकी की रकम लेने के लिए कहा लेकिन आरोपित टालमटोल करता रहा। उन्हाेंने एक दिन सुमित से गाड़ी की आरसी ली तो पता चला कार पर लोन हैं। बैंक में पता करने पर बताया गया कि कार की किस्त जमा नहीं हो रही है। बैंक वाले कार की तलाश कर रहे हैं।
वहीं, लोगों से पूछताछ करने पर सुमित के फर्जी दस्तावेज से कार लोन कराने का भी पता चला। इस बीच राहुल के पिता की तबीयत बिगड़ी गई और उन्हें रकम की जरूरत पड़ी उन्होंने कार सुमित को दे दी और 10 दिन में रकम मांगी। सुमित ने रकम नहीं दी और टालता रहा। उनके पिता का हार्ट अटैक से देहांत हो गया।
सुमित ने बातों में उलझाकर उनसे दो लाख रुपये भी ले लिए और अब कार और रकम वापस नहीं दे रहा है। एसीपी अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि मामले में जांच की जा रही है।
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