दंग रह गए डॉक्टर, महिला के पेट से निकला 8 किलो वजन का...; ऑपरेशन करने वाली टीम को मिल रही शाबाशी
गाजियाबाद के जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने मात्र तीन सौ रुपये में एक महिला के पेट से आठ किलो का ट्यूमर निकाला। प्राइवेट अस्पताल में इस ऑपरेशन के दो लाख रुपये मांगे जा रहे थे। अस्पताल की ओपीडी में 3976 मरीज पहुंचे जिनमें 592 बच्चे थे। बुखार के 458 मरीजों में 64 बच्चे शामिल थे।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। प्राइवेट अस्पताल में चक्कर काटने के बाद मां को जिला एमएमजी अस्पताल लेकर पहुंचे अकमल के चेहरे पर अब खुशी झलक रही है। दरअसल अकमल की मां नरगिस(48) को पिछले एक साल से पेट व उसके आसपास दर्द रहता था। अल्ट्रासाउंड कराने पर पता चला कि ओवरी में ट्यूमर है।
सीएमएस डॉ. राकेश कुमार सिंह ने बताया कि सर्जन डॉ. मिलिंद गौतम ने नरगिस की जान बचाने को ऑपरेशन की डेट फाइनल कर दी। शनिवार दोपहर को निश्चेतक डॉ. चरन सिंह के साथ मिलकर ऑपरेशन करके आठ किलोग्राम का ट्यूमर निकाला गया।
नरगिस स्वस्थ है। होश में आने के बाद बेटा अकमल भी खुश है। यह ऑपरेशन केवल तीन सौ रुपये की सरकारी रसीद कटवाने के बाद हुआ है। प्राइवेट अस्पताल में इस ऑपरेशन के दो लाख रुपये मांगे गये थे। नरगिस के पति गुलशेर का कई साल पहले निधन हो चुका है।
ओपीडी में बेहोश होकर गिरा मरीज
एमएमजी अस्पताल में इलाज कराने पहुंचा एक मरीज ओपीडी की लंबी लाइन में इंतजार करते-करते चक्कर खाकर गिर पड़ा। मौके पर मौजूद लोगों ने उसे संभाला और अस्पताल स्टाफ को बुलाने की कोशिश की, लेकिन गार्ड ने नियम का हवाला देकर मरीज को तुरंत ओपीडी के अंदर जाने नहीं दिया।
फिजिशियन डॉ.आलोक रंजन की ओपीडी में सुबह नौ बजे प्रेमनगर का रहने वाला 19 वर्षीय राहुल इलाज करने के लिए पहुंच लेकिन लगातार तीन घंटे तक लाइन में खड़ने रहने से लाइन में चक्कर खाकर गिर गया। अन्य चार महिलाएं भी हालत खराब होने कारण सिर पकड़ लाइन में बैठ गई।
मौसम में बदलाव से बढ़े बुखार के मरीज
मौसम में बदलाव से सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों की ओपीडी में इन दिनों मरीजों की संख्या बढ़ रही है। खासकर बुखार के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। शनिवार को बुखार और उल्टी दस्त के 45 से अधिक गंभीर मरीज जिला एमएमजी अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचे।
जिला एमएमजी, संयुक्त अस्पताल और डूंडाहेडा अस्पताल की ओपीडी में कुल 3976 मरीज पहुंचे। इनमें 1901 महिला,1374 पुरूष और 592 बीमार बच्चे शामिल हैं । ओपीडी में पहुंचे मरीजों में 64 बच्चों समेत बुखार के 458 मरीज शामिल रहे।
फिजिशियन डॉ. आलोक रंजन का कहना है कि वर्षा के बाद संक्रामक रोग तेजी से फैल रहे हैं। बुखार के साथ् उल्टी-दस्त से लोगों की हालत खराब हो रही है। ऐसे में बेहद सावधानी बरतने की जरूरत है। बाहर का खाना नहीं खाना चाहिए। मच्छरदानी लगाकर ही रात को सोना चाहिए। दिन में फुल स्लीव के कपड़े पहनने चाहिए। घर और छत पर वर्षा का पानी एकत्र नहीं होने दें। एसी और कूलर का पानी नियमित निकालते रहें। गमलों की रोज सफाई जरूर करें। डेंगू मच्छर का लार्वा मिलने पर उसे नष्ट कराएं और कीटनाशक दवाओं का छिड़काव जरूर करें।
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