Ghaziabad Crime: ऑन डिमांड की 250 बाइक चोरी, कुख्यात राजन गिरोह के पांच बदमाश गिरफ्तार
गाजियाबाद में क्राइम ब्रांच और क्रॉसिंग रिपब्लिक पुलिस ने राजन गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है जो एनसीआर में 250 से ज्यादा बाइक चोरी में शामिल थे। उनके पास से 15 बाइक बरामद हुई हैं। यह गिरोह डिमांड पर बाइक चोरी करता था और हाईस्पीड बाइक चेन स्नेचरों को बेचता था। पुलिस ने सभी को जेल भेज दिया है।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। एनसीआर में 250 से अधिक बाइक चोरी करने वाले राजन गिरोह के पांच सदस्यों को क्राइम ब्रांच और क्रासिंग रिपब्लिक पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों के पास से चोरी की 15 बाइक बरामद हुई हैं। यह गिरोह आन डिमांड बाइक चोरी करता था। हाईस्पीड बाइक चेन स्नेचर्स को बेच देते थे। बाइक का लाक पांच सेकंड में तोड़ देते थे। पुलिस ने पांचों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
सहायक पुलिस आयुक्त अपराध सूर्यबली मौर्य ने बताया कि पुलिस शुक्रवार की रात एबीएस तिराहा के पास चेकिंग कर रही थी। तभी पुलिस ने पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया। इनकी पहचान मुरादनगर के रोहन चौधरी उर्फ राजेश उर्फ राजन, उधम सिंह नगर उत्तराखंड के इरफान, प्रयागराज नैनी के अश्वनी मिश्रा, ग्राम रजापुर थाना सदर पानीपत जनपद पानीपत हरियाणा के मेजर सिंह और नंदग्राम गाजियाबद के अश्वनी शर्मा के रूप में हुई है।
गिरोह का सरगना रोहन चौधरी है। वह वर्ष 2007 में थाना रोहिणी सेक्टर-सात दिल्ली से हत्या के आरोप में जेल जा चुका है। वह गुरुग्राम से भी हत्या के आरोप में जेल जा चुका है। रोहन के खिलाफ दो हत्या सहित 20 मुकदमे वाहन चोरी के दर्ज हैं। वहीं, अश्विनी शर्मा टैक्सी भी चलाता है। अश्वनी शर्मा भी वर्ष 2015 में थाना सेक्टर-24 नोएडा से हत्या के आरोप में जेल जा चुका है। इसके खिलाफ हत्या सहित विभिन्न धारा में 21 मुकदमे दर्ज हैं।
इरफान व अश्वनी मिश्रा पर 18 और मेजर के खिलाफ 14 मुकदमे दर्ज हैं। यह गैंग दिल्ली एनसीआर में बाइक चोरी करता है। फर्जी नंबर प्लेट लगाकर बाइक बेच देते थे। मेजर सिंह चोरी की बाइक बिकवाने के लिए मनप्रीत उर्फ गोल्डी के साथ मिलकर दिल्ली के मायापुरी में ग्राहक तलाश करते हैं।
आरोपित 20 से 25 हजार रुपये में बाइक बेच देते थे। आरोपित बाइक चोरी करने में एक्सपर्ट हैं। चार से पांच सेकेंड में बाइक का लाक तोड़ देते हैं। बाइक चोरी करने के बाद क्रासिंग रिपब्लिक थाना क्षेत्र की निर्माणाधीन सोसायटी अंसल एक्वापोलिस में छिपाकर रखते थे।
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