Bulldozer Action: गाजियाबाद में अवैध कॉलोनी पर चला बुलडोजर, GDA के एक्शन से मचा हड़कंप
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने हरनंदी नदी के किनारे डूब क्षेत्र में बन रही अवैध कॉलोनियों पर कार्रवाई की। टीम ने अवैध निर्माण प्लॉटिंग की चारदीवारी और कॉलोनाइजर के ऑफिस को ध्वस्त कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि पहले भी इस क्षेत्र में अवैध निर्माण तोड़ा गया था। जीडीए की कार्रवाई से अवैध निर्माण करने वालों में हड़कंप मच गया।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) की प्रवर्तन टीम ने सिद्धार्थ विहार के डूब क्षेत्र में विकसित की जा रही अवैध कॉलोनी और अवैध निर्माण के विरुद्ध ध्वस्तीकरण अभियान चलाया।
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के प्रवर्तन जोन-चार प्रभारी के नेतृत्व में हरनंदी नदी के निकट डूब क्षेत्र में दो स्थानों पर अवैध कॉलोनी, निर्माण और प्लॉटिंग की चारदीवारी के साथ ही कॉलोनाइजर के कार्यालय को ध्वस्त किया गया।
प्राधिकरण अधिकारी ने बताया कि इसके अलावा एक अन्य कॉलोनी में भी निर्माण और प्लाटिंग के लिए की गई चारदीवारी को और स्वीमिंग पूल को ध्वस्त किया गया। इस कॉलोनी में होने वाले निर्माण को पूर्व में भी कई बार ध्वस्त किया जा चुका है। इस दौरान प्राधिकरण की प्रवर्तन टीम के साथ पुलिसबल भी मौजूद रहा।
उधर, वसुंधरा में अवैध निर्माण पर कार्रवाई के बावजूद रोक नहीं लग पा रही है। सेक्टर-15 में अवैध निर्माण पिछले साल फरवरी में की गई ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के बाद भी दोबारा से निर्माण कर लिया गया। इसकी शिकायत स्थानीय निवासी संदीप गुप्ता ने विभाग के पोर्टल पर इसकी शिकायत की है।
शिकायत में उन्होंने बताया कि फरवरी 2024 में नक्शा के विपरीत निर्माण पर आवास विकास परिषद की ओर से नोटिस जारी हुआ और फिर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई भी अधिकारियों ने की।
बावजूद इसके बिल्डर ने अपने नक्शे के मुताबिक निर्माण पूरा कर लिया है। उनका आरोप है कि बना आक्यूपेशन सर्टिफिकेट के भूतल पर लोग रह रहे हैं और दुकानें भी चल रही हैं। अधीक्षण अभियंता अजय कुमार मित्तल ने बताया कि यह मामला संज्ञान में नहीं है। इसकी फाइल निकलवाकर जांच करवाएंगे।
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