दुष्कर्म पीड़िता के परिजनों पर फैसले का दबाव बना रही पुलिस, 6 दिन बाद भी नहीं हुई कोई गिरफ्तारी
गाजियाबाद के मोदीनगर में एक किशोरी से दुष्कर्म के बाद ब्लैकमेलिंग के मामले में पुलिस पर गंभीर आरोप लगे हैं। परिजनों का कहना है कि पुलिस मुकदमे में फैसला कराने का दबाव बना रही है। उनका आरोप है कि आरोपियों को हिरासत में लेने के बाद भी छोड़ दिया गया। पीड़िता के मामा ने वीडियो जारी कर इंसाफ की गुहार लगाई है। पुलिस कमिश्नर से शिकायत की जाएगी।

जागरण संवाददाता, मोदीनगर (गाजियाबाद)। गाजियाबाद में 16 वर्षीय किशोरी से दुष्कर्म के बाद ब्लैकमेलिंग मामले में मोदीनगर पुलिस पर गंभीर आरोप है। स्वजन ने पुलिस पर मुकदमे में फैसला कराने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया गया है। इसको लेकर किशोरी के मामा की तरफ से वीडियो बाइट जारी किया गया है।
आरोप है कि मुकदमे के छह दिन बाद भी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस ने दो आरोपित हिरासत में भी लिए, लेकिन दोनों को थाने से ही छोड़ दिया गया है। पीड़ित स्वजन ने पुलिस कमिश्नर से शिकायत करने की बात कही है।
मोदीनगर कोतवाली क्षेत्र की एक कालोनी के व्यक्ति के मुताबिक, उनकी 15 वर्षीय भांजी की एक युवक से इंस्टाग्राम पर बात शुरू हुई थी। एक महीने पहले युवक किशोरी को एक होटल में लेकर गया। वहां दुष्कर्म करने के बाद अश्लील वीडियो बना ली।
इस वीडियो काे प्रसारित करने की धमकी देकर आरोपित ने किशोरी को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। करीब पांच लाख कीमत के जेवर किशोरी से मंगा लिये। अब कुछ दिन पहले घर में सफाई के दौरान जेवर गायब मिले तो स्वजन ने छानबीन की। किशोरी से पूछा तो उसने सब बता दिया। इसपर व्यक्ति की तरफ से मोदीनगर थाने में केस दर्ज कराया गया।
स्वजन के मुताबिक, युवक व उसके साथी ने मिलकर जेवर किसी ज्वलैर्स को बेच दिये। पुलिस ने युवक के साथी को हिरासत में लिया और कुछ जेवर बरामद हुए।
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आरोप है कि अब पुलिस पीड़ित परिवार से बोल रही है कि जेवर लेकर मुकदमे में फैसला कर लें। जबकि किशोरी घटना के बाद से सहमी है। अब भी स्वजन पर मुकदमे में फैसले के लिए दबाव बनाया जा रहा है। स्वजन ने पुलिस कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं।
एसीपी का कहना है कि प्रकरण में जांच कराई जाएगी। किसी के साथ गलत नहीं होने दिया जाएगा।
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