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    Ghaziabad News: हर महीने 60 से 70 लाख खर्च, फिर भी धूल फांक रही रोडवेज की व्यवस्था

    Updated: Sun, 14 Sep 2025 08:57 AM (IST)

    साहिबाबाद डिपो में रोडवेज बसों की हालत खराब है जिसके चलते परिवहन निगम को लाखों का नुकसान हो रहा है। हर महीने लाखों रुपये खर्च करने के बावजूद बसें खराब हो रही हैं। निगम ने मेंटेनेंस में लापरवाही बरतने पर एजेंसी पर जुर्माना लगाया है लेकिन नुकसान की भरपाई नहीं हो पा रही है। वर्तमान में कई बसें मेंटेनेंस के लिए खड़ी हैं।

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    साहिबाबाद डिपो की वर्कशॉप में मेंटेनेंस के लिए खड़ीं बसें। -जागरण

    राहुल कुमार, साहिबाबाद। मेंटेनेंस के अभाव में साहिबाबाद डिपो की रोडवेज बसें खड़ी न रहें इसके लिए परिवहन निगम हर माह 60 से 70 लाख रुपये खर्च कर रहा है। इसके बाद भी आए दिन बसें रूटों पर चलती हुई खराब हो रही हैं और वर्कशाप में धूल फांक रही हैं।

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    मेंटेनेंस में लापरवाही बरतने पर बीते तीन माह में परिवहन निगम ने एजेंसी पर 10.55 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। हालांकि बसों के खड़े रहने से हो रहे राजस्व की भरपाई इससे नहीं हो सकती। जुर्माने की राशि नुकसान से कई गुना कम है।

    साहिबाबाद डिपो में 146 रोडवेज बसें हैं। एक फरवरी से इन सभी बसों की जिम्मेदारी एक फर्म को दी गई है। इसका कारण निगम में कर्मियों की कमी के चलते मेंटेनेंस के अभाव को बताया था, जिससे बसें आफरोड (खराब) रहती थीं।

    करीब छह माह बीतने के बाद भी खास सुधार देखने को नहीं मिला है। रूटों पर चलते हुए बसों के खराब होने व वर्कशाप में खड़े रहने से एक तरफ यात्रियों को नुकसान झेलना पड़ रहा है, दूसरी ओर निगम को भी राजस्व का बड़ा नुकसान हो रहा है।

    वर्तमान में भी करीब 15 से अधिक बसें मेंटेनेंस के लिए खड़ी हुई हैं। इन बसों का संचालन नहीं होने से लाखों का नुकसान हो रहा है। इसके अलावा कई बसें ऐसी हैं, जो देखरेख के अभाव में बदहाल स्थिति में खड़ी हुई हैं।

    परिवहन निगम 5.24 रुपये प्रति किलोमीटर देता है शुल्क

    परिवहन निगम 5.24 रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से फर्म को शुल्क देता है। यानी जितने किलोमीटर बसें चलेंगी उसी के हिसाब से शुल्क देता है। साहिबाबाद डिपो की बसों का संचालन रोजाना करीब 40 से 50 हजार किलोमीटर के बीच होता है। यानी रोजाना बसों के रखरखाव पर निगम करीब दो से ढ़ाई लाख रुपये से अधिक फर्म को देता है।

    बीते छह माह में कंपनी की गई पेमेंट

    महीना मात्रा
    फरवरी 52,00,000
    मार्च 74,00,000
    अप्रैल 64,50,000
    मई 69,68,000
    जून 53,45,000
    जुलाई 57,15,000

    बीते तीन माह में जुर्माना लगाकर की गई कटौती 

    महीना मात्रा (लाख में)
    मई 1.25
    जून 2.10
    जुलाई 7.20
    कुल 10.55

    डिपो में बसों की स्थिति

    बस का प्रकार संख्या
    पिंक बसें (एसी) 18
    जनरथ बसें (एसी) 23
    साधारण बसें 105
    डिपो में कुल बसें 146

    फर्म को केवल तीन माह की मुख्यालय से छूट दी गई थी। लापरवाही बरतने पर मई, जून व जुलाई में बिल से 10.55 लाख की कटौती की गई है। इसकी रिपोर्ट मुख्यालय को भी भेजी जा रही है।

    -राजेश कुमार, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक, साहिबाबाद डिपो