जिला बदर विशाल की सरेआम हत्या के मामले में तीन आरोपी दबोचे, ईंट-पत्थर से कुचल दिया था सिर
लोनी बॉर्डर क्षेत्र में पुरानी दुश्मनी के चलते विशाल नामक एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने मुख्य आरोपी अमन समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। मृतक के भाई ने हत्या का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जांच में कुछ और नाम सामने आए हैं जिनकी पुलिस तलाश कर रही है। आरोपी और विशाल के बीच पहले भी गुटबाजी को लेकर विवाद हुआ था।

संवाद सहयोगी, लोनी। लोनी बाॅर्डर क्षेत्र में पुरानी रंजिश के चलते पीट-पीटकर की गई जिला बदर आरोपित विशाल की हत्या मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपित समेत तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। मृतक के भाई ने पांच आरोपितों पर हत्या का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस जांच में चार लोगों नाम और प्रकाश में आए थे। पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार किया है और अन्य आरोपितों की तलाश कर रही है।
एसीपी अंकुर विहार ज्ञान प्रकाश राय ने बताया कि बेहटा हाजीपुर में एक अक्टूबर की शाम को जिला बदर आरोपित विशाल अपने साथी दीपांशु के साथ दूसरे मोहल्ले में अत्री चक्की के पास गया था। यहां उसकी पुराने विवाद के चलते अमन और उसके साथियों के साथ कहासुनी हो गई थी।
इस दौरान अमन के स्वजन भी मौके पर आ गए। जिस पर अमन ने साथियों और स्वजन के साथ मिलकर विशाल और दिपांशु के साथ मारपीट कर दी। आरोप है कि मारपीट के दौरान आरोपितों ने पास में पड़ी ईंट और पत्थर से दोनों पर वार करने शुरु कर दिये। जिससे दोनों को गंभीर चोट आई थी।
इस बीच मौका पाकर दीपांशु मौके से भागने में कामयाब हो गया और विशाल वहीं रह गया। आरोपितों ने उसका सिर और जबड़ा ईंट से कुचल लहूलुहान कर दिया और मौके से फरार हो गए। मौके पर पहुंचे स्वजन ने घायल को जीटीबी अस्पताल भर्ती कराया, यहां उपचार के दौरान विशाल की मौत हो गई थी। मृतक के भाई सचिन ने मामले में अमन, तुषार, साहिल, संजीत उर्फ जीत, भीमा व अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
एसीपी ने बताया कि मामले में जांच के दौरान वरुण, देव उर्फ कालू व प्रिंस उर्फ पुच्ची निवासी बेहटा हाजीपुर के नाम प्रकाश में आने पर पुलिस ने मुकदमे में इनके नाम जोड़े थे। एसीपी ने बताया कि लोनी बार्डर पुलिस ने मंगलवार को मामले के मुख्य आरोपी अमन, वरुण और प्रिंस को लोनी गिरफ्तार किया है।
पुलिस पूछताछ में आरोपित अमन ने बताया कि उसका और विशाल का क्षेत्र में गुटबाजी को लेकर चार माह पहले भी विवाद हुआ था। जिसमें दोनों ने एक दूसरे पर जान से मारने की नियत से फायरिंग के बाद पथराव किया था। जिसमें दोनों जेल गए थे। बताया कि एक सप्ताह पूर्व भी दोनों के बीच विवाद हुआ था।
इस दौरान उसने साथियों व स्वजन के साथ मिलकर विशाल के सिर व जबड़े पर ईंट व पत्थर से हमलाकर गंभीर रुप से घायल कर दिया था। जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई थी। इस प्रकरण में लापरवाही बरतने पर डीसीपी ग्रामीण ने चौकी प्रभारी योगेश समेत बीट सिपाही पर निलंबन की कार्रवाई की थी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।