Yamuna Flood: लोनी में खतरे के निशान से ऊपर बह रही यमुना, जलस्तर और बढ़ा तो किसानों को होगी समस्या
लोनी में हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण यमुना का जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है जो 210.55 मीटर है। जल स्तर बढ़ने से खेतों में पानी भर गया है जिससे फसलें नष्ट हो गई हैं और पशुओं के लिए चारे की समस्या हो सकती है। सिंचाई विभाग ने लोगों को सतर्क किया है और प्रशासन स्थिति पर नजर रख रहा है।

संवाद सहयोगी, लोनी। हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने से लोनी में यमुना का जल स्तर बढ़कर खतरे के निशान को पार कर गया है। जल स्तर 209 मीटर से बढ़कर करीब 210.55 मीटर पर पहुंच गया है।
लोगों का कहना है कि जल स्तर ज्यादा बढ़ा तो किसानों के लिए परेशानी हो सकती है। अधिकारियों का कहना है कि हालात वर्ष 2023 जैसे गंभीर नहीं हैं। 10 दिन पहले भी यमुना नदी का जल स्तर बढ़ने से आसपास के गांव के खेतों में पानी भर जाने से खड़ी फसल बर्बाद हो गई थी।
हथिनी कुंड बैराज शुक्रवार शाम को छोड़ा गया 82 हजार क्यूसेक पानी से शनिवार सुबह लोनी पहुंचा तो यमुना नदी का जलस्तर करीब 210.55 मीटर तक पहुंच गया। जल स्तर बढ़ने पर अधिकारियों ने लोगों को अलर्ट किया है।
सिंचाई विभाग के अवर अभियंता एसपी सिंह ने बताया कि जल स्तर बढ़ने से हरमपुर, इलायचीपुर के खेतों में पानी भर गया है। गांव के लोगों को यमुना नदी से दूर रहने के लिए सतर्क किया गया गया है। हालांकि जल स्तर के बढ़ने से बाढ़ की आशंका नहीं है।
खेतों में पानी भरने से खड़ी फसल नष्ट होने से पशुओं के लिए चारे की समस्या खड़ी हो गई है। तहसीलदार जयप्रकाश सिंह ने बताया कि जल स्तर पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। जरूरत पड़ने पर प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य शुरू किए जाएंगे लेकिन अभी स्थिति सामान्य है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।