Yamuna Flood: 'बाढ़ पीड़ित लोगों को न हो खाने-पीने की समस्या', गाजियाबाद डीएम ने अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश
लोनी में यमुना नदी का जलस्तर घटने से लोगों ने राहत की सांस ली है। जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार मांदड़ ने प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर राहत कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को लोगों के रहने खाने-पीने का उचित प्रबंध करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने अवैध कॉलोनियों के खिलाफ कार्रवाई करने के भी आदेश दिए।

संवाद सहयोगी, लोनी। लोनी में यमुना नदी का जलस्तर घटता जा रहा है। सोमवार को जलस्तर घटकर 210.00 मीटर पर आ गया है। सोमवार को जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार मांदड़ ने प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण करने पहुंचे और अधिकारियों को निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि प्रभावित लोगों के रहने, खाने पीने आदि की व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा जाए। इस बीच उन्होंने नदी किनारे अवैध कालोनी काटने वाले कालोनाइजरों पर जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए।
पीछे से कम पानी आने के कारण लोनी में यमुना नदी का जलस्तर 210.00 मीटर पर आ गया है। जलस्तर घटने पर लोगों ने राहत की सांस ली है। डूब क्षेत्र में रहने वाले लोगों के घरों के आस पास पानी भरा हुआ है। जिसके चलते प्रभावित लोग पुश्ते पर शरण लिए हुए हैं।
प्रशासन द्वारा प्रभावितों के लिए भोजन और बीमारी से बचाव के लिए चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराई जा रही है। यमुना नदी का जलस्तर घटने पर प्रशासन के समक्ष डूब क्षेत्र में गंदगी और बीमारियों से पार पाना बड़ी चुनौती है।
अधिकारियों का कहना है कि यमुना नदी का जलस्तर और घटने पर प्रशासन डूब क्षेत्र में पंप सेट लगाकर पानी निकाला जाएगा। लोगों को बीमारियों से बचाने के लिए दवाइयों का छिड़काव किया जा रहा है। डीएम रविन्द्र कुमार मांदड़ ने सोमवार को लोनी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का औचक निरीक्षण किया।
उन्होंने शिविरों में रह रहे लोगों के लिए खाद्य सामग्री और मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस दौरान जिलाधिकारी ने नदी किनारे अवैध रूप से कालोनी काट रहे कालोनाइजरों पर जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पोखर तालाब के बाद नदी पर कब्जा एक गंभीर समस्या है। इस बीच उन्होंने मौजूदा लेखपाल को फटकार भी लगाई।
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