गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर दिवाली और छठ पूजा को लेकर कई बदलाव, ट्रेनों के ठहराव समय समेत कई नियम बदले
दिवाली और छठ पूजा के अवसर पर रेलवे ने गाजियाबाद स्टेशन पर सुरक्षा बढ़ाने की योजना बनाई है। स्टेशन पर यात्रियों के लिए होल्डिंग एरिया बनाया जाएगा जिसमें लगभग ढाई हजार यात्री बैठ सकेंगे। आरपीएफ ने ट्रेनों के स्टॉपेज का समय दो मिनट से बढ़ाकर पांच मिनट करने का भी प्रस्ताव रखा है ताकि यात्रियों को सुविधा हो और दुर्घटनाओं से बचा जा सके।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। दिवाली और छठ पूजा को लेकर रेलवे ने सुरक्षा का खाका खींचना शुरू कर दिया है। दिवाली और छठ पूजा के लिए रेलवे स्टेशन के सिटी साइड में होल्डिंग एरिया बनाया जाएगा। मंगलवार को आरपीएफ सुरक्षा अधिकारियों ने इसका निरीक्षण किया। वहीं, दिवाली और छठ पूजा पर ट्रेनों का ठहराव दो मिनट की बजाय पांच मिनट करने पर भी विचार-विमर्श किया जा रहा है।
छठ पूजा और दिवाली पर यात्रियों की भीड़ बढ़ जाती है। ऐसे में हादसे का खतरा बना रहता है। इस समय रेलवे स्टेशन की बिल्डिंग का निर्माण कार्य चल रहा है। लोगों के एक जगह इकट्ठा होने की जगह नहीं है। प्लेटफार्म पर भी निर्माण कार्य चल रहा है।
छठ पूजा और दिवाली पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए स्टेशन पर अस्थायी होल्डिंग एरिया बनाया जाएगा। इसकी क्षमता ढाई हजार यात्रियों की होगी। यहां यात्रियों के खाने-पीने की भी व्यवस्था होगी। आरपीएफ के मंडल सुरक्षा आयुक्त चेतन जिचकार ने मंगलवार को स्टेशन का निरीक्षण किया। उनके साथ आरपीएफ थाना प्रभारी चेतन प्रकाश भी थे।
आरपीएफ थाना प्रभारी चेतना प्रकाश ने बताया कि होल्डिंग एरिया से यात्रियों को भीड़भाड़ वाले प्लेटफॉर्म पर जाने से पहले सुरक्षित रखने और भीड़ को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। पिछली घटनाओं से सबक लेते हुए रेलवे को यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी होगी। यहाँ यात्री अपनी ट्रेन आने तक आराम से बैठ सकेंगे। यहाँ यात्रियों को ट्रेनों की समय-सारिणी और अन्य ज़रूरी जानकारी दी जाएगी। स्वचालित टिकट वेंडिंग मशीनें (एटीवीएम) लगाई जाएँगी। यात्रियों की मदद और सुरक्षा के लिए अतिरिक्त कर्मचारी तैनात किए जाएँगे।
स्टॉपेज का समय बढ़ा तो मिलेगी राहत: वर्तमान में ट्रेन का स्टॉपेज दो मिनट का है। छठ पूजा और दिवाली पर यात्रियों की अधिक संख्या के कारण ट्रेन में चढ़ने और उतरने के लिए दो मिनट कम समय मिलता है। ऐसे में कुछ यात्री ट्रेन में चढ़ने से वंचित रह जाते हैं जबकि कुछ यात्री उतर ही नहीं पाते। ऐसे में धक्का-मुक्की होती है। इससे दुर्घटना का खतरा बना रहता है। आरपीएफ ने मांग की है कि ट्रेन का स्टॉपेज दो मिनट की बजाय पाँच मिनट किया जाए।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।