गाजियाबाद में लगातार घट रहा यमुना का जलस्तर, बीमारियों से बचाव के लिए प्रशासन कर रहा कीटनाशकों का छिड़काव
लोनी में यमुना नदी का जलस्तर घटकर 21.30 मीटर पर आने से लोगों ने राहत की सांस ली। हथिनी कुंड बैराज से कम पानी छोड़े जाने के कारण जलस्तर में कमी आई है। विधायक और प्रशासनिक अधिकारियों ने 70 बाढ़ प्रभावित लोगों को राशन किट और तिरपाल वितरित किए। प्रशासन बीमारियों से बचाव के लिए कीटनाशकों का छिड़काव कर रहा है।

जागरण संवाददाता, लोनी। यमुना नदी का जलस्तर रविवार को घटकर 21:30 मीटर पर आ गया है। जलस्तर कम होने पर अधिकारियों और लोगों ने राहत की सांस ली है। विधायक और प्रशासनिक अधिकारियों ने 70 बाढ़ प्रभावित लोगों को राशन किट और तिरपाल वितरित किए। बदरपुर डूब क्षेत्र के प्रभावित लोगों को अगले कुछ दिनों तक राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
गौरतलब है कि हथिनी कुंड बैराज से छोड़े गए पानी के कारण लोनी में बाढ़ के हालात शुरू हुए थे। अब बैराज से कम पानी छोड़े जाने के कारण लोनी में यमुना नदी का जलस्तर घटकर 21:30 मीटर पर आ गया है। जलस्तर कम होने पर अधिकारियों और स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है।
डूब क्षेत्र में रहने वाले लोगों के घरों के आसपास पानी भर गया है। इसके चलते प्रभावितों ने चौकी पर शरण ले रखी है। प्रशासन प्रभावितों को बीमारी से बचाव के लिए भोजन और चिकित्सा सेवा उपलब्ध करा रहा है।
भाजपा जिलाध्यक्ष चैनपाल और विधायक नंद किशोर गुर्जर ने रविवार को एसडीएम दीपक कुमार और नायब तहसीलदार लीलू सिंह के साथ पचैरा बाढ़ चौकी पर बाढ़ प्रभावित 70 लोगों को राशन किट और तिरपाल वितरित किए।
प्रशासन हर स्थिति पर नज़र रखे हुए है। यमुना का जलस्तर कम होने लगा है। लोगों को बीमारियों से बचाव के लिए कीटनाशकों का छिड़काव करने के निर्देश दिए गए हैं।
- दीपक कुमार, एसडीएम लोनी
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।