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    '20 साल पहले नरेन्द्र मोदी अगर प्रधानमंत्री होते तो आज...', केंद्रीय मंत्री किरेन रिजीजू ने क्यों कही ये बातें

    Updated: Sat, 07 Jun 2025 09:50 PM (IST)

    केंद्रीय मंत्री किरेन रिजीजू ने मोदीनगर में वेटलिफ्टिंग वारियर्स एकेडमी का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने खेलो इंडिया मूवमेंट से खेलों को बढ़ावा दिया है जिसके चलते टोक्यो ओलिंपिक में भारत को सर्वाधिक मेडल मिले। मीराबाई चानू यहां प्रशिक्षण देती हैं और 2028 के ओलिंपिक में मेडल जीतने का लक्ष्य रखती हैं। रिजीजू ने खिलाड़ियों को हार से निराश न होने की सलाह दी।

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    किरेन रिजीजू ने मोदीनगर में वेटलिफ्टिंग वारियर्स एकेडमी की रेजिडेंशियल विंग का किया उद्घाटन।

    जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। भारत में पहले खिलाड़ी थे, लेकिन उनके लिए आवश्यक सुविधाएं नहीं थी। यही वजह है कि हमारे पास ओलिंपिक मेडल कम हैं। लेकिन केंद्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनी तो खेलो इंडिया मूवमेंट से खेल को देश में बढ़ावा दिया गया।

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    इसका नतीजा है कि भारत को अब तक के सबसे ज्यादा मेडल टोक्यो ओलिंपिक में मिले। यदि नरेन्द्र मोदी 20 से 40 साल पहले देश के प्रधानमंत्री बने होते तो दुनिया में आज भारत खेल जगत की महाशक्ति बना होता। यह बातें केंद्रीय मंत्री किरेन रिजीजू ने शनिवार को मोदीनगर में वेटलिफ्टिंग वारियर्स एकेडमी की रेजिडेंशियल विंग के उद्घाटन के अवसर पर कही।

    बेहतर कोच और प्रशिक्षण के लिए विश्वस्तरीय व्यवस्था

    उन्होंने कहा कि ओलिंपिक चैंपियन रातों रात नहीं बनते हैं, इसके लिए खिलाड़ी को बहुत मेहनत करनी पड़ती है। खिलाड़ी के अंदर जज्बा, उसको भटकने से बचाने के लिए बेहतर कोच और प्रशिक्षण के लिए विश्वस्तरीय व्यवस्था होगी तो ही चैंपियन बन सकेंगे। मोदीनगर में वेटलिफ्टिंग वारियर्स को ये जो सेंटर खुला है। यहां पर ओलिंपिक में वेटलिफ्टिंग में भारत को पहला सिल्वर मेडल दिलाने वाली चैंपियन खिलाड़ी मीराबाई चानू खुद खिलाड़ियों के साथ ट्रेनिंग करती हैं।

    मीराबाई को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले और द्रोणाचार्य अवार्डी विजय शर्मा खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देते हैं। यहां पर प्रशिक्षण के लिए विश्व स्तरीय खेल उपकरण हैं। इसलिए विश्वास है कि 2028 में अमेरिका के लास एंजिल्स में होने वाले ओलिंपिक में मीराबाई दूसरा मेडल जरूर प्राप्त करेंगी। भविष्य में इस एकेडमी से देश के चैंपियन उभरकर सामने आएंगे और इस छोटे से शहर मोदीनगर का नाम पूरे विश्व में चमकेगा।

    मुख्यमंत्री योगी की खेल में रुचि, पश्चिमी उत्तर प्रदेश बढ़ेगा आगे

    केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मोदीनगर के खिलाड़ी सिर्फ वेटलिफ्टिंग ही नहीं बल्कि अन्य खेलों में भी आगे बढ़ेंगे। क्योंकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ याेगी अवश्य हैं लेकिन खेले में उनकी विशेष रूचि है। मोदीनगर के पास मेरठ में वह स्पोटर्स यूनिवर्सिटी बनवा रहे हैं। इससे न केवल पश्चिमी उत्तर प्रदेश बल्कि दिल्ली, हरियाणा के खिलाड़ियों को भी लाभ मिलेगा।

    उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि हर जूनियर, सब जूनियर खिलाड़ी का सपना होता है कि वह देश का प्रतिनिधित्व करे। इसके लिए जरूरी है कि वह अपने मन में खेल के प्रति वह जज्बा लेकर आए जो मीराबाई चीनूू के मन में है। प्रशिक्षण लाखों की संख्या में खिलाड़ी लेते हैं लेकिन सपने सभी खिलाड़ियों के पूरे नहीं हो पाते हैं। खिलाड़ी हार से मायूस न हों। जो चैंपियन नहीं बन पाते वह खिलाड़ियों को कोचिंग देकर चैंपियन बना सकते हैं।

    जीत को अपने मन में हावी न होने दें: किरेन रिजीजू

    प्रत्येक खिलाड़ी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक सीख को याद रखे कि प्रतियोगिता जीतने पर जीत को अपने मन में हावी न होने दें और हारने पर हार को दिल में न रहने दें। उन्होंने कहा कि वह खुद सात बार चुनाव लड़े, जिनमें तीन बार हारे और चार बार जीते हैं। इस दौरान उन्होंने आरसीबी की जीत के बाद कर्नाटक में भगदड़ में लोगों की मौत होने के बारे में कहा कि घटना दुखद है, हादसे के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है।

    वक्फ कानून को लेकर विपक्ष के सवाल पर कहा कि उनका विरोध करने का समय खत्म हो चुका है अब कानून को लागू करने में किसी प्रकार की चुनौती नहीं है। इस दौरान वेटलिफ्टिंग फेडरेशन के अध्यक्ष सहदेव यादव, सांसद राजकुमार सांगवान, मोदीनगर विधायक डॉ. मंजू शिवाच की उपस्थिति रही।

    ये एकेडमी मेरे सपनों का घर

    ओलिंपिक चैंपियन मीराबाई चीनू ने कहा कि ये एकेडमी सिर्फ एकेडमी नहीं बल्कि मेरे सपनों का घर है। जब में यहां पर यंग वारियर्स को ट्रेनिंग करते हुए देखती हूं तो मुझे मेरा बचपन याद आता है। मैंने ओलिंपिक की जर्नी में बहुत संघर्ष किया है, उससे बहुत कुछ सीखा है। जो सीखा है ,वह यंग वारियर्स से शेयर करूंगी। उन्होंने कहा कि एकेडमी का 2036 के ओलिंपिक के लिए क्लियर विजन है कि इस एकेडमी से प्रशिक्षण लेने वाले खिलाड़ी मेडल जीतकर लाएं। यह सपना नहीं देश के लिए हमारा कमिटमेंट है, यंग वारियर्स इसे पूरा करेगी और भारत का तिरंगा झंडा हमेशा ऊंचा रखेगी।