साहिबाबाद के पार्कों में आवारा कुत्तों का आतंक, लोग परेशान
साहिबाबाद में कुत्तों का आतंक बढ़ गया है पार्क भी अब सुरक्षित नहीं हैं। वसुंधरा वैशाली जैसे क्षेत्रों के पार्कों में झुंड बनाकर बैठे आवारा कुत्ते लोगों पर हमला कर रहे हैं जिससे लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। नगर निगम में शिकायत के बाद भी कोई समाधान नहीं निकला है। पशु चिकित्सा अधिकारी के अनुसार कुत्तों की नसबंदी की जाती है पर उन्हें हटाने का कोई नियम नहीं है।

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। कुत्तों का आतंक सिर्फ सोसायटी, कॉलोनी और सड़कों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि ट्रांस हिंडन के पार्क भी आवारा कुत्तों का अड्डा बन गए हैं। लोग सुबह-शाम पार्कों में जाते हुए भी असुरक्षित महसूस करते हैं। कई पार्कों में बच्चों को अकेले भेजना भी बंद कर दिया गया है।
ट्रांस हिंडन की वसुंधरा, वैशाली, कौशांबी, इंदिरापुरम, लाजपत नगर, राजेंद्र नगर, डेल्टा कॉलोनी, डीएलएफ कॉलोनी समेत अन्य कॉलोनियों के पार्कों में आवारा कुत्तों का आतंक है। पार्कों में जगह-जगह कुत्ते झुंड बनाकर बैठे रहते हैं।
मौका मिलते ही ये कुत्ते यहां टहलने आने वाले लोगों पर हमला कर देते हैं। इससे लोगों में असुरक्षा का माहौल है। लोग लगातार पार्कों में कुत्तों से राहत दिलाने की मांग उठाते हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं होता। वैशाली सेक्टर-3 के हरेंद्र कुमार ने बताया कि आसपास चार-पांच पार्क हैं।
ज्यादातर पार्कों में कुत्ते बैठे रहते हैं। इससे वहां जाने में भी डर लगता है। वसुंधरा सेक्टर 4-ए स्थित सुभाष चंद्र बोस पार्क में दिन-रात कुत्तों का जमावड़ा लगा रहता है।
कई बार तो हालात ऐसे हो जाते हैं कि कुत्ते लोगों के पास खड़े हो जाते हैं और मौका मिलते ही उन पर हमला कर देते हैं। स्थानीय निवासी मृदुल कुमार ने बताया कि नगर निगम से कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन कुत्तों को यहाँ से नहीं हटाया गया।
पार्क के कुत्तों की नसबंदी भी की जाती है। पार्कों से कुत्तों को पकड़कर दूसरी जगह छोड़ने का कोई नियम नहीं है। व्यवस्था होने पर आक्रामक कुत्तों को पकड़ा जाएगा।
- डॉ. अनुज कुमार सिंह, उप मुख्य पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी।
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