पर्यटन विभाग की फिल्म से सामने आएगी गाजियाबाद की वास्तविक पिक्चर, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
गाजियाबाद में अब देश- विदेश से विद्यार्थी यहां पर शिक्षा ग्रहण करने आते हैं। आज यहां पर ट्रांसपोर्टेशन के साधन बेहतर हैं। मेट्रो सेवा नमो भारत ट्रेन के साथ ही एयरपोर्ट भी है। फिल्म में शहर की उन पुरानी दुकानों और होटलों के बारे में भी बताया जाएगा जहां पर आज भी मिठाई और खाने का स्वाद लाजवाब है।

अभिषेक सिंह, गाजियाबाद। वर्तमान में विकास के पथ पर तेजी से दौड़ रहे गाजियाबाद जिले का ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व है। इसके बारे में वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों को सही जानकारी मिल सके, इसके लिए पर्यटन विभाग जल्द ही एक शार्ट फिल्म बनाएगा। इस फिल्म से जिले की वास्तविक पिक्चर सामने आएगी, इसके साथ ही पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
हर जिले का एक इतिहास होता है। लोगों को उस इतिहास की सही जानकारी होनी चाहिए। इतिहास में विशेष रूचि रखने वाले सीडीओ अभिनव गोपाल ने इस सोच के साथ ही जिले के ऊपर शार्ट फिल्म बनवाने की तैयारी की। इस फिल्म में जिले के पाैराणिक महत्व, ऐतिहासिक घटनाक्रमों के साथ ही विकास गाथा को भी दिखाया जाएगा।
फिल्म से शहर का इतिहास जानेंगे
इस फिल्म के माध्यम से एक तरफ शहर के इतिहास की जानकारी मिलेगी तो दूसरी तरफ पर्यटन स्थलों के बारे में पता चलेगा। उन्होंने बताया कि फिल्म को बनाने के लिए इतिहासकारों से लेकर जिले को करीब से जानने वाले जानकारों से भी मुलाकात की गई है। कुछ दस्तावेज भी प्राप्त हुए हैं, जिससे पता चलता है कि जिले का इतिहास रोचक है।
यहां पर स्थित प्रसिद्ध दूधेश्वरनाथ मंदिर रामायण काल का है। उस वक्त का कुआं आज भी यहां पर है। मुगलकाल में गाजीउद्दीन ने चार गेट बनवाए और गेट के अंदर के क्षेत्र को गाजीउद्दीन नगर नाम दे दिया। ब्रिटिश काल में जब जिले में रेलवे स्टेशन बनाया गया तो गाजीउद्दीन नगर नाम बड़़ा होने के कारण इसे छोटा कर गाजियाबाद कर दिया गया।
कब बनाया गया गाजियाबाद को जिला?
भारत और पाकिस्तान के बंटवारे के बाद यहां पर पंजाब से आए लोगों ने उद्यम स्थापित करने शुरू किए और औद्योगिक नगरी के रूप में जिले को पहचान मिलने लगी। वर्ष 1976 में गाजियाबाद को जिला बनाया गया।
जब यह जिला औद्योगिक नगरी के रूप में पहचान बनाकर आगे बढ़ रहा था तो यहां पर रहने वाले लोगों के बच्चों को पढ़ने के लिए स्कूल और कॉलेज बनवाए गए, देखते ही देखते यहां के इंजीनियरिंग कॉलेज देश के नामी इंजीनियरिंग कॉलेज में शामिल हो गए और जिले की पहचान शैक्षिक नगरी के रूप में होने लगी।
मुख्य पर्यटन स्थल
- दूधेश्वरनाथ मंदिर
- सीकरी माता मंदिर
- छोटा हरिद्वार (मुरादनगर गंगनहर)
- मुगलकाल में सड़क किनारे बनाई गईं सराय
गाजियाबाद में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए शार्ट फिल्म बनाई जाएगी। इसके लिए पर्यटन विभाग द्वारा प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा गया है। बजट की मांग की गई है, उम्मीद है कि जल्द ही बजट मिल जाएगा और फिल्म बनाने का कार्य शुरू होगा। - अभिनव गोपाल, सीडीओ
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