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    कफ सीरप की जांच में रिश्वतखोरी में फंसे सब इंस्पेक्टर निलंबित, नई टीम करेगी कफ सीरप तस्करी की जांच

    By Vinit Edited By: Neeraj Tiwari
    Updated: Sat, 22 Nov 2025 10:43 PM (IST)

    कफ सीरप तस्करी मामले में रिश्वतखोरी के आरोपों के चलते एक सब-इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए, एक नई टीम गठित की गई है जो कफ सीरप तस्करी के सभी पहलुओं की जांच करेगी। पुलिस विभाग ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्णय लिया है।

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    जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। कफ सीरप मामले की जांच के लिए बनी एसआईटी का नेतृत्व कर रहे क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर को गिरफ्तारी के बाद निलंबित कर दिया गया है। एसीपी कोतवाली रितेश त्रिपाठी को विभागीय जांच सौंपी गई है। जबकि कफ सीरप मामले की जांच कर रही एसआईटी को अब एसीपी आफिस अजय कुमार लीड करेंगे।

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    तीन नवंबर को क्राइम ब्रांच ने मेरठ रोड स्थित मछली गोदाम में छापा मारकर चार ट्रक से तस्करी के लिए भेजा जा रहा करीब साढ़े तीन करोड़ रुपये का कफ सीरप बरामद किया था। पुलिस ने आठ आरोपित गिरफ्तार किए थे। ट्रांसपोर्टर संतोष भड़ाना के सहयोग से मकनपुर निवासी सौरव त्यागी कफ सीरप की तस्करी कर रहा था। संतोष भड़ाना की जमानत अर्जी पर कोर्ट में सुनवाई होनी है।

    इसी मामले में संतोष के परिचित बरेली निवासी राहुल शर्मा ने इंस्पेक्टर रमेश सिंह से संपर्क किया। दोनों में शाम को मिलना तय हुआ। बृहस्पतिवार शाम राहुल ने इंस्पेक्टर को रुपए भी दे दिए। सूत्रों के मुताबिक रिश्वत पांच लाख रुपये तय हुई थी। ट्रांसपोर्टर ने चार लाख रुपये मुहैया कराए थे। राहुल ने रिश्वत की रकम पहुंचाने के बाद अपने एक लाख रुपये मांगे, लेकिन उसे रुपये देने से मना कर दिया गया।

    इसके बाद राहुल ने ही पुलिस को मामले की सूचना दी थी। इसके बाद रकम बरामद कर इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया गया। डीसीपी सिटी धवल जायसवाल के मुताबिक आरोपित इंस्पेक्टर रमेश सिंह सिद्धु को निलंबित कर दिया गया है। उनके खिलाफ विभागीय जांच एसीपी कोतवाली को सौंपी गई है। दूसरी ओर, इंस्पेक्टर और दो दारोगा कफ सीरप मामले की जांच कर रहे थे।

    एसआईटी को नेतृत्व भी आरोपित इंस्पेक्टर के पास था। उनकी गिरफ्तारी के बाद एसआईटी को लीड करने की जिम्मेदारी एसीपी ऑफिस अजय कुमार को दी गई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि एसआईटी कफ सीरप मामले की जांच में अभी कफ सीरप की आपूर्ति की चेन खंगाल रही है। आपूर्तिकर्ताओं को नोटिस जारी किए गए हैं। उनसे खरीद और बिक्री का रिकाॅर्ड मांगा गया है। रिकाॅर्ड आने के बाद जांच को आगे बढ़ाया जाएगा।

    "कफ सीरप मामले की जांच कर रही एसआईटी का नेतृत्व एसीपी आफिस को सौंपा गया है। मामले में तेजी से जांच की जा रही है। शीघ्र अन्य आरोपितों को गिरफ्तार किया जाएगा।"

    -केशव कुमार चौधरी, अतिरिक्त पलिस आयुक्त

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