सिंचाई विभाग की लापरवाही से जलमग्न हो गई बस्ती, खेतों में पानी भरने से डूब गई फसलें
गाजीपुर के रेवतीपुर में सिंचाई विभाग की लापरवाही से खेतों का पानी ताड़ीघाट बस्ती में घुस गया। कई घर जलमग्न हो गए जिससे ग्रामीणों को परेशानी हो रही है। पूर्व प्रधान ने फाटक खुलवाने की मांग की जिसके बाद सिंचाई विभाग कार्रवाई में जुटा। लगभग 50 बीघे फसलें भी डूब गईं।

जागरण संवाददाता, रेवतीपुर (गाजीपुर)। अंतर्गत सिंचाई विभाग की घोर लापरवाही सामने आई है। खेतों की सिंचाई के लिए खोले गए कुलाबा को बंद ना किए जाने से पानी मंगलवार को फसलों को डुबोते हुए ताड़ीघाट मल्लाह बस्ती में घुस गया है। यही नहीं मल्हाल बस्ती के दर्जनों रिहायशी झोपड़ियों और पक्के घरों के अंदर तक नहर का पानी घुस गया है, जिसके चलते ग्रामीणों के समक्ष विकट समस्या उत्पन्न हो गई।
ग्रामीण घरो और झोपड़ियों में पानी घुसने से लोग परेशान हैं। घरों, झोपड़ियों में पानी घुसने के बाद ग्रामीणों को सबसे ज्यादा परेशानी जानवरों के चारे,और खुद को मय परिवार समेत निवास को लेकर चिंता सता रही है।
ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस और सिंचाई विभाग को दी। वहीं, नहर का पानी लोगों के घरों में घुसने की सूचना पर पूर्व प्रधान दीपक सिंह भी मौके पर पहुंचे। विभागीय अधिकारियों से वार्ता कर पानी निकासी के लिए बस्ती के समीप बंधे पर स्थित लोहे के फाटक को अविलंब खोलने की मांग की ताकि पानी सीधे गंगा नदी में चला जाए।
सिंचाई विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचकर बंधे पर स्थित लोहे के फाटक को खोलने की तैयारी में जुट गए है। लोगों ने बताया कि यही नहीं इलाके के रमवल, सोनवल, ताडीघाट आदि गांव के दर्जनों किसानों की करीब 50 बीघे से अधिक विभिन्न तरह की फसलें जलमग्न हो चुकी है।
सिंचाई विभाग के एसडीओ सुबोध कुमार ने बताया कि ताड़ीघाट के पास बंधे पर स्थित लोहे के फाटक को खोलने के लिए कर्मचारी भेजे गये हैं। खुले कुलाबे को भी जल्द बंद कराया जाएगा।
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