मेडिकल स्टोर संचालक से करोड़पति बन गया मुख्तार का करीबी डंपी, ED के सामने उगल सकता BSNL टावरों के डीजल घोटाले का राज
गाजीपुर में एक मेडिकल स्टोर चलाने वाला शादाब उर्फ डंपी मुख्तार अंसारी के संपर्क में आने के बाद करोड़पति बन गया। बीएसएनएल टावरों को डीजल आपूर्ति घोटाले में उसका नाम सामने आया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में आने के बाद इस घोटाले से जुड़े कई राज खुलने की संभावना है। वह कई सालों से दुबई में छिपा हुआ था।

जागरण संवाददाता, गाजीपुर। जिला महिला चिकित्सालय के सामने एक मामूली मेडिकल स्टोर चलाने वाला शादाब उर्फ डंपी चंद सालों में करोड़पति बन गया। प्रवर्तन निदेशालय के हिरासत में आने के बाद बीएसएनएल के टावरों को डीजल आपूर्ति को लेकर हुए घोटाले का राज खुल सकता है। कई साल से वह दुबई में छिपा रहा।
शहर के बरबरहना निवासी शादाब उर्फ डंपी की जिला महिला अस्पताल के सामने डंपी मेडिकल स्टोर है। वह मेडिकल स्टोर पर दवा बेचता था। अचानक उसकी दोस्ती मुख्तार अंसारी के सालों से हो गई। इस दरम्यान ही वह मुख्तार अंसारी के करीब आया। वह बीएसएनएल के मोबाइल टावरों के डीजल आपूर्ति से अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ गया। फिर तो उसकी प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से पूरी दखलअंदाजी इस टेंडर प्रक्रिया में चली। वह रातोंरात फर्श से अर्श पर पहुंच गया।
वर्ष 2019 में बीएसएनएल टावरों से करोड़ों का डीजल घोटाला सामने आया। इसकी जांच शुरू हुई। प्रवर्तन निदेशालय प्रयागराज ने मामले की जांच की। इसके बाद डंपी का नाम भी चर्चा में आया। वह कई साल तक भूमिगत रहा। इस दौरान वह दुबई भागने में सफल रहा। ईडी की पूछताछ में कई अन्य लोगों का भी नाम प्रकाश में आ सकता है। डंपी के पिता नफीस अहमद नगर पालिका परिषद के वार्ड 19 (डॉ. राही मासूम रजा नगर) के सभासद हैं।

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