T-20 World Cup 2022 : टी-20 क्रिकेट के नंबर एक बल्लेबाज सूर्यकुमार का परिवार बेहद साधारण
गाजीपुर जिले के खानपुर क्षेत्र में हथौड़ा गांव के मूल निवासी सूर्यकुमार यादव का परिवार बहुत ही साधारण है। अपनी खेल की प्रतिभा से नंबर एक बल्लेबाज बन चुके सूर्यकुमार भले ही करोड़पति हो गए हों लेकिन परिवार बहुत ही साधारण तरीके से जीवन जीता है।

गाजीपुर, जागरण संवाददाता। Number one batsman Suryakumar yadav family : भारतीय क्रिकेट का नया सूर्य कहे जा रहे सूर्यकुमार यादव आज खेल जगत की दुनिया में सबसे ज्यादा चमक रहे हैं। आस्ट्रेलिया में टी-ट्वेंटी क्रिकेट विश्वकप में अपने धुंआ- धार बल्लेबाजी और आकर्षक क्रिकेटिंग शॉट की वजह से हर क्रिकेट प्रेमी का चहेता बने हुए है।
मुम्बई रणजी टीम में चयन होने के बाद आइपीएल के मुम्बई इंडियन्स का स्टार खिलाड़ी जब भारतीय क्रिकेट के टीम के नीले जर्सी में आते ही क्रिकेट के आसमान में बुलंदी की ऊंचाई छूने लगे हैं। सूर्यकुमार मैचों में रनों का अंबार तेजी से लगाने के साथ ही अपने खजाने में दौलत का भी अंबार लगाते चले गए। करोड़ों के महंगी कारों के शौकीन सूर्यकुमार की कुल संपत्ति बत्तीस करोड़ के ऊपर है।
इस समय प्रति महीने अनुमानित आय करीब सत्तर से अस्सी लाख रुपये है। मुम्बई के आलीशान मकान में रहने वाले सूर्यकुमार की माता स्वप्ना, पिता अशोक कुमार और बहन डिनल उनके साथ ही रहते है। सीआरपीएफ के रिटायर्ड अधिकारी सूर्यकुमार के दादा विक्रमा यादव गाजीपुर जिले में खानपुर क्षेत्र के हथौड़ा गांव में बेहद साधारण ढंग से जमीन से जुड़कर किसानी और पशुपालन का कार्य करते है।
सूर्यकुमार के दादा विक्रमा यादव सहित दोनों चाचा लोग एवं राममूरत यादव सुबह दो गाय की सेवा से शुरुआत करते है। पशुओं के चारा खेती के दैनिक कार्य के साथ तीस बीघे खेत में गेंहू, चावल, चना मकई और आलू की खेती करते हैं। सामान्य कृषक परिवार से क्रिकेट के सितारे बनने की कहानी भी इसी तरह चमत्कारिक है।
हथौड़ा गांव में सूर्यकुमार के स्वजन आज भी पचास साल पुराने मकान में बेहद साधारण अंदाज में कृषक परिवार की भांति रहते है। दादा अभी भी पुराने साइकिल से सफर के साथ बीस साल पुराने लकी टीवी पर सूर्यकुमार का मैच देखते है। सूर्या के चाचा राजकूपर और ऋषि कुमार अपने पैतृक कृषि कार्य में हाथ बंटाते है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।