किसानों ने ये काम कर लिया तो सरकारी योजनाओं का सीधे मिलेगा लाभ, डीएम प्रियंका निरंजन ने बताई कई फायदे की बातें
गोंडा में किसानों को फार्मर रजिस्ट्री कराने से सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ मिलेगा। महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने और नदियों के पुनरुद्धार का कार्य चल रहा है। निवेशकों के लिए भूमि बैंक बन रहे हैं। शहर में फुटपाथों को अतिक्रमण से मुक्त कराया जाएगा और तालाबों-नालों की सफाई की जाएगी। जलभराव और यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए भी योजनाएं बनाई जा रही हैं।

जागरण संवाददाता, गोंडा। फार्मर रजिस्ट्री किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। किसान जनसेवा केंद्र पर जाकर फार्मर रजिस्ट्री जरूर कराएं, इससे उन्हें सरकारी योजनाओं लाभ सीधे मिलेगा। महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए गोनर्द स्वच्छता मार्ट, टेढ़ी व मनवर नदी के पुनरुद्धार के साथ ही चकमार्गों को अवैध कब्जे से मुक्त कराकर मिट्टी पटाई कराई जा रही है।
निवेशकों व परियोजनाओं के लिए ब्लाक व तहसीलवार लैंड बैंक बनाया जा रहा है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर मतदाता सूची पुनरीक्षण व विधानसभा निर्वाचक नामावली के विशेष सघन पुनरीक्षण अभियान समय से पूरा किया जाएगा। जिले के विकास को लेकर डीएम प्रियंका निरंजन से दैनिक जागरण के संवाददाता रमन मिश्र ने चर्चा की। पेश हैं बातचीत के प्रमुख अंश-
फुटपाथ को अतिक्रमण से मुक्त कराने की क्या योजना है, राहगीरों का पैदल चलना भी दुश्वार हो गया है?
सड़कों के किनारे कई जगह निर्माण चल रहे हैं, जिसके कारण व्यवस्था थोड़ी सी बेपटरी हुई है। निर्माण पूरा होते ही फुटपाथ को दुरुस्त कराया जाएगा।
राजस्व न्यायालयों में लंबित मुकदमों की सुनवाई नियमित नहीं हो पा रही है। बार-बेंच के बीच समन्वय न होने से वादकारी भटक रहे हैं?
जिले में राजस्व न्यायालयों पर तीन वर्ष से अधिक अवधि के पुराने मुकदमे न के बराबर हैं जबकि, तीन वर्ष पुराने मामलों का निस्तारण जल्द कराने की कोशिश की जा रही है।
तालाब व नाले अतिक्रमण का शिकार हैं, जलनिकासी की समस्या बढ़ गई है ?
तालाबों और नालों की सफाई व मरम्मत कराने के लिए प्रस्ताव भेजा जा चुका है। तालाबों के किनारे वाकिंग ट्रैक निर्माण के लिए कार्ययोजना बनाई जा रही है।
जलनिकासी व जाम शहर की सबसे बड़ी समस्या है, इसका समाधान कैसे होगा?
शहर में जलभराव व यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए कार्ययोजना पर कार्य चल रहा है। जल्द ही कई महत्वपूर्ण सड़कें, जो चौड़े नहीं हैं, लेकिन अधिकांश ट्रैफिक झेल रही हैं उन पर वन-वे की व्यवस्था के बारे में भी विचार किया जा रहा है।
नदियों के पुनरुद्धार को लेकर क्या कोई कार्ययोजना बनी है?
टेढ़ी, मनवर नदी, झीलों व जिले के बड़े तालाबों को विकसित करने के लिए सीमांकन और विकास संबंधी कार्य योजना बनाई जा रही है।

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