यूपी के इस जिले के 13735 छात्रों के खाते में भेजी गई 4.88 करोड़ रुपये छात्रवृत्ति, CM योगी ने ऑनलाइन ट्रांसफर की धनराशि
गोंडा जिले में 13,735 छात्रों को 4.88 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति मिली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऑनलाइन धनराशि ट्रांसफर की। यह छात्रवृत्ति 2025-26 के वित्तीय वर्ष के लिए कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों को दी गई। इसके अतिरिक्त, निर्माण श्रमिकों की बेटियों के विवाह के लिए सहायता राशि भी बढ़ाई गई है। अंतरजातीय और सामूहिक विवाह के लिए भी अब अधिक सहायता मिलेगी।
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संवाद सूत्र, गोंडा। जिले के 13 हजार 735 छात्रों के बैंक खाते में चार करोड़ 88 लाख 47 हजार रुपये भेजी गई है। लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बटन दबाबर धनराशि ट्रांसफर की। वित्तीय वर्ष 2025–26 में पूर्वदशम (कक्षा 9–10) व दशमोत्तर (कक्षा 11–12) की छात्रवृत्ति जिले के पात्र छात्रों को ऑनलाइन उनके आधार सीडेड बैंक खातों में अंतरित की गईं।
जिले के सभी इंटर कालेजों में मुख्यमंत्री के संबोधन का प्रसारण कराया गया। जिला समाज कल्याण अधिकारी एसपी सिंह ने राजकीय इंटर कालेज, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी गौरव स्वर्णकार ने गांधी विद्यालय इंटर कालेज बड़गांव, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी रमेश चंद्र ने कस्तूरबा बालिका इंटर कालेज रेलवे कालोनी में छात्रवृत्ति वितरण कार्यक्रम आयोजित कराते हुए छात्र/छात्राओं को छात्रवृत्ति स्वीकृत पत्र वितरित किया गया।
जिला समाज कल्याण अधिकारी ने बताया कि जिले में पूर्वदशम (कक्षा 9–10) वर्ग के सामान्य वर्ग के 2707 छात्रों को 81.21 लाख, अनुसूचित वर्ग के 1769 छात्रों को 24.76 लाख, अन्य पिछड़ा वर्ग के 3084 छात्रों को 64.14 लाख व अल्पसंख्यक वर्ग के 589 छात्रों को 7.14 लाख की छात्रवृत्ति उनके खातों में भेजी गई।
इसी प्रकार दशमोत्तर (कक्षा 11–12) वर्ग में सामान्य वर्ग के 3526 छात्रों को 106.50 लाख, अनुसूचित जाति के 1585 छात्रों को 190.69 लाख, अन्य पिछड़ा वर्ग के 475 छात्रों को 13.82 लाख की राशि स्थानांतरित की गई।
निर्माण श्रमिकों की बेटियों के विवाह के लिए बढ़ाई गई धनराशि
     
सहायक श्रमायुक्त मो. अब्बास ने बताया कि पूर्व में पंजीकृत एवं पात्र निर्माण श्रमिकों को उनकी पुत्री अथवा पंजीकृत महिला निर्माण श्रमिक के स्वयं के विवाह हेतु रू0 55 हजार रुपये बोर्ड द्वारा दी जाती थी, जिसे बढ़ाकर 65 हजार रुपये कर दिया गया है। इसी प्रकार पूर्व में अंतरजातीय विवाह के लिए 61 हजार रुपये दिए जाते थे, जिसे बढाकर 75 हजार रुपये कर दिया गया है। सामूहिक विवाह के लिए पूर्व में 65 हजार रुपये के साथ वर एवं वधु की पोशाक क्रय करने के लिए 10 हजार रुपये दिये जाते थे। जिसके स्थान पर धनराशि को बढाकर 85 हजार रुपये कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त 15 हजार रुपये प्रति जोडे की दर से सामूहिक विवाह के आयोजन पर व्यय की अनुमति दी गयी है। 

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