बछिया व बछड़े को उठा ले गया जंगली जानवर, ग्रामीणों में दहशत; वन विभाग की टीम कर रही कांबिंग
गोंडा के तुलसीपुरमाझा गाँव में एक जंगली जानवर के आने से ग्रामीणों में दहशत है। जानवर एक बछड़ा और एक बछिया को उठा ले गया, जिससे लोग रात में जागकर पहरा देने को मजबूर हैं। वन विभाग की टीम जाँच कर रही है, पर अभी तक जानवर की पहचान नहीं हो पाई है। ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

जागरण संवाददाता, शिवदयालगंज/ढेमवाघाट(गोंडा)। ग्राम पंचायत तुलसीपुरमाझा में जंगली जानवर के आने से ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ गई हैं, लोग रतजगा करने को मजबूर हैं। जानवर एक बछड़ा व एक बछिया को उठा ले गया। वन विभाग की टीम गांव में कांबिंग कर रही है। खेत में जानवर के पगचिह्न मिले हैं। ग्रामीण जानवर के तेंदुआ होने की आशंका जता रहा हैं, लेकिन विभाग जानवर की पहचान स्पष्ट नहीं कर सका है।
नवाबगंज ब्लाक की ग्राम पंचायत तुलसीपुर माझा के मजरे पूरे रामप्रसाद में गुरुवार की रात जंगली जानवर एक बछिया व बछड़े को उठा ले गया। रामतेज यादव ने बताया कि उनका भतीजा त्रिमुहानीघाट से ट्रैक्टर की मरम्मत करकर घर आ रहा था। रास्ते में उसने एक बड़ा जानवर देखा। गांव वालों के आने पर जानवर गन्ने के खेत में चल गया।
राकेश यादव ने बताया कि दरवाजे पर बंधी बछिया गायब है। जंगली जानवर उसे उठा ले गया है। पल्टूराम के बछड़े को भी जानवर ले गया है। ग्रामीणों ने घटना की सूचना थाने व वन विभाग को दी। दोपहर बाद वन दारोगा अरुण तिवारी के नेतृत्व में टीम गांव में पहुंची। खेतों पर घाट पर काबिंग के दौरान जानवर के पगचिह्न मिले हैं।
वन क्षेत्राधिकारी अभिषेक सिंह ने बताया कि वीडियो और पगचिह्न के आधार पर अभी जानवर की पहचान नहीं हो सकी है। रातभर घाट के किनारे वनकर्मी तैनात रहेंगे। जल्द ही पिंजरा लगाया जाएगा। जंगली जानवर की दहशत से बच्चे घरों में कैद हो गए हैं। किसान खेतों में नहीं जा पा रहे हैं।
डीएफओ अनुराग प्रियदर्शी ने बताया कि तुलसीपुरमाझा में वन विभाग की टीम भेजी गई है। जानवर की पहचान अभी नहीं हो सकी है। ग्रामीणों को सतर्कता बरतने का सुझाव दिया गया है।

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